बच्चों का भविष्य संवार रहे 24 हजार अप्रशिक्षित शिक्षक

भोपाल। चौबीस हजार से अधिक अप्रशिक्षित शिक्षक प्रदेश की शालाओं में बच्चों को भविष्य संवार रहे हैं।

प्रदेश में स्कूलों में पढ़ा रहे करीब 7 हजार 660 संविदा शिक्षक वर्ग-2
और 17 हजार 240 संविदा शिक्षक वर्ग-3 अप्रशिक्षित हैं। इनके अध्यापक वर्ग
में संविलियन के लिए उनका तयशुदा शैक्षणिक योग्यता के साथ शिक्षण-प्रशिक्षण
पाठ्यक्रम उत्तीर्ण करना अनिवार्य रहेगा। श्रेणी-3 के संविदा शाला
शिक्षकों को डीएड/ बीटीसी और डीएसई प्रशिक्षण पाठ्यक्रम उत्तीर्ण करना
अनिवार्य किया गया है। शिक्षामंत्री अर्चना चिटनीस का कहना है कि अब
अधिनियम में एक और संशोधन यह किया गया है कि उपरोक्त प्रशिक्षण पाठ्यक्रमों
के साथ-साथ डीपीई और अन्य समकक्ष पाठ्यक्रम भी अनिवार्य होंगे। इसके चलते
संविदा शिक्षक वर्ग-3 की भर्तियों में बीएड, बीटीसी एवं डीएसई पाठ्यक्रमों
की तरह डीपीई एवं अन्य समकक्ष पाठ्यक्रम के आधार पर चयन में 20 बोनस अंक भी
दिए जाएंगे। शिक्षा मंत्री ने प्रदेश की प्राथमिक और माध्यमिक शालाओं के
लिए इस साल मंजूर किए गए संविदा शिक्षकों के नए पदों पर नियुक्ति की
कार्रवाई जल्द करने की बात की है।

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