बरसात में ढेला नदी के ऊफनाने से क्षेत्र के सरबरखेड़ा, गंगापुर, रायपुर, जगन्नाथपुर, बांसखेड़ा आदि में कृषि योग्य भूमि के कटाव की आशंका बनी हुई है। बीते समय में नदी ने जगह-जगह कटाव कर दिया। प्रशासन द्वारा सर्वे के बाद भी कटाव पर अंकुश की कोई कार्रवाई न करने से ग्रामीणों में रोष व्याप्त है। दर्जनों ग्रामीणों ने एसडीएम को ज्ञापन सौंपकर ठोस कवायद की मांग की है।
विदित हो कि बरसात में ढेला नदी का जल स्तर बढ़ने से क्षेत्र के अनेक गांवों में कृषि योग्य भूमि का कटाव हो रहा है। बीते वर्षो में भी कटाव होने की बात कही गयी थी। इधर, गत दिनों एक बार फिर सरबरखेड़ा, गंगापुर, रायपुर, जगन्नाथपुर, बांसखेड़ा कलां में नदी ने कहर बरपाया। ग्रामीणों ने एसडीएम को सौंपे ज्ञापन में कहा है कि कुछ वर्षो पहले तत्कालीन एसडीएम बीबीआर पुरुषोत्तम ने मौका मुआयना कर डीएम को आख्या दी थी। लेकिन अभी तक कटाव रोकने को कोई कार्रवाई नहीं हुई है। बीते दिनों एक बार फिर खेत, रास्तों का कटाव हुआ है। इसमें नदी आबादी के नजदीक आ रही है। सरबरखेड़ा में कलुआ हाजी के घर के पास खतरा उत्पन्न हो गया है। जबकि ग्राम रायपुर में आम रास्ता कटने से लोग त्रस्त हैं। सरबरखेड़ा में ही आबादी के बीच बिजली ट्रांसफार्मर के नजदीक नदी आ गयी है। उन्होंने कहा है कि उक्त गांवों को नदी से खतरा उत्पन्न हो रहा है। उन्होंने तत्काल नदी के भू-कटाव पर अंकुश की मांग की है