पटना बिहार में बुधवार को भी नदियों के जलस्तर में उतार-चढ़ाव जारी
रहा। उत्तर व पूर्व बिहार में कई स्थानों पर पानी का दबाव अब भी बना हुआ है
जिससे कटाव लगातार जारी है। खगड़िया जिले में एक ओर जहां बूढ़ी गंडक का
बढ़ना जारी है, वहीं दूसरी ओर कोसी के जलस्तर में कमी आने से कटाव का खतरा
बढ़ गया है। गंडक बराज से 1.8 लाख क्यूसेक पानी नदी के डाउन स्ट्रीम में
छोड़ा गया है। सीतामढ़ी में बागमती के जलस्तर में वृद्धि जारी है।
बगहा में गंडक पार चार प्रखंडों की सुरक्षा के लिए बने पिपरा-पिपरासी
तटबंध पर भितहां प्रखंड के 2.1 किमी पर हो रहे कटावरोधी कार्य की धीमी गति
के खिलाफ बुधवार को लोगों ने सांकेतिक तौर पर सिंचाई विभाग के अधीक्षण
अभियंता रामेश्वर चौधरी समेत आधा दर्जन अभियंताओं को बंधक बना लिया। सूचना
के बाद यहां पहुंचे एसपी डा. सिद्धार्थ व एसडीएम राजीव कुमार सिंह ने
सिंचाई विभाग के अभियंताओं से बात की और लोगों को समझा बुझाकर शांत कराया।
उधर, गंडक नदी का दबाव कोइरपट्टी, सिंगही, लौकरिया तथा पटजिरवा पीडी
रिंग बांधों पर बना है। जल संसाधन विभाग कोइरपट्टी पीडी रिंग बांध व गांव
को बचाने के लिए स्थल पर कैम्प लगाकर कटाव निरोधी कार्य करा रहा है। उधर
खगड़िया जिले में एक ओर जहां बूढ़ी गंडक का बढ़ना जारी है, वहीं दूसरी ओर
कोसी के जलस्तर में कमी आने से कटाव का खतरा बढ़ गया है।
बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल- दो से बुधवार को मिली जानकारी के अनुसार
जमींदारी बांध पर फ्लड फाइटिंग का कार्य चल रहा है। दूसरी ओर बदला-नगरपाड़ा
तटबंध के 16-17 किलोमीटर पर जवाहर नवोदय विद्यालय, सोनवर्षाघाट, चौथम के
पास असामाजिक तत्वों द्वारा बनायी गयी सुरंग को पाटने का काम शुरू हो गया
है। उधर सूबे के जल संसाधन मंत्री विजेंद्र प्रसाद यादव ने बुधवार को
पूर्वी कोसी तटबंध के 80.05 किमी. बिन्दु का निरीक्षण कर अभियंताओं को
मुस्तैद रहने एवं हर हाल में तटबंध को सुरक्षित रखने का निर्देश दिया।