पटना। महिलाएं नौ महिने, याने करीब 270 दिन में गर्भवती होती हैं लेकिन
बिहार में 298 महिलाओं ने रिकार्ड तोड़ दिया और वे केवल 60 दिनों में ही
फिर मां बन गईं। और वह भी एक बच्चे की नहीं, बल्कि एक साथ दो से पांच बच्चे
पैदा हुए हैं। कम से कम सरकारी योजना के तहत गर्भवती महिलाओं को दिए जाने
वाले धन का रिकार्ड तो यही कहता है। इसका खुलासा हाल ही में विधानसभा में
रखी गई सीएजी की रिपोर्ट में हुआ।
बिहार में जननी सुरक्षा योजना
के तहत हर गर्भवती महिला को करीब एक हजार रुपए की मदद दी जाती है। और इसी
रकम का बड़े पैमाने पर घोटाला हुआ। सरकारी रिकार्डके मुताबिक, 298 महिलाओं
को 60 दिन के अंतराल में ही पांच बार यह राशि दी गई। यानीइन महिलाओं ने दो
महीने में पांच बच्चों को ‘जन्म’ दे दिया। सीएजी ने यह गड़बड़ी भागलपुर,
पूर्वीचंपारण, गोपालगंज, किशनगंज और नालंदा जिलों में साल 2008-09 के
दौरान किए गए भुगतानमें पाई।
तस्वीर का दूसरा पहलू
और
तस्वीर का दूसरा पहलू भी इसी रिपोर्ट में मौजूद है। रिपोर्ट के अनुसार
470,307 कुल महिलाओं को, जो मां बनीं, 97,146 को जननी सुरक्षा योजना के तहत
दी जाने वाली यह राशि नहीं मिली। और 1.8 लाख महिलाओं, जिन्हें 25.19 करोड़
बांटा जाना था, को यह लाभ कई-कई महिनों बाद मिला।
विपक्ष
बरसा
बिहार में विपक्ष ने इस मुद्दे पर नितिश कुमार सरकार की कड़ी
आलोचना की है। राष्ट्रीय जनता दल के प्रवक्ता अब्दुल बारी सिद्दकी के
अनुसार यह मुख्यमंत्री के अच्छी सरकार देने के दावे की सच्चाई उजागर करने
के लिए काफी है। उन्होंने आरोप लगाया कि बिहार में वर्तमान सरकार के
कार्यकाल में कई योजनाओं में घोटाले हुए हैं।