नई दिल्ली। कृषि मंत्री शरद पवार ने कहा कि गेहूं और धान के खरीद
मूल्य में वृद्धि के बाद किसानों के हाथ में अब अधिक पैसा पहुंच रहा है।
पवार ने कहा कि हमें लोगों को बताना है कि किसानों के हाथ में अधिक
पैसा जा रहा हैं। गेहूं के खरीद मूल्य को 500 रुपये से बढाकर 1100 रुपये और
धान के खरीद मूल्य को 490 रुपये से बढ़ाकर 1000 रुपये किया गया है। वह
एनसीपी पार्टी के युवा संगठन द्वारा आयोजित युवाओं पर राष्ट्रीय कार्यशाला
को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि तीन वर्ष पहले देश में गेहूं का आयात करना पड़ता था और
अब कीमतों में वृद्धि के कारण किसान अधिक उत्पादन करने के लिए प्रेरित हुए
है जिससे गेहूं की कमी की स्थिति समाप्त हुई है। ठीक उसी समय खरीद मूल्य
में वृद्धि के कारण किसानों के हाथ में अधिक धन जा रहा है जिससे उनके जीवन
में तब्दीली आ रही है। उन्होंने कहा कि खाद्य मंत्री के रूप में मेरे सामने
जो समस्या है वह कमी की है। उन्होंने संकेत दिया कि देश में 150 से 200
लाख टन भंडारण स्थान की कमी है।
पवार ने नक्सलवाद को समाप्त करने के लिए आदिवासियों के जीवन में सुधार
लाने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि नक्सलवाद कहां पनपता है,
जहां अन्याय है। जहां लोकतंत्र का फल नहीं पहुंचता। हमें योजनाओं को ठीक
तरीके से लागू कर इन इलाकों में रहने वाले लोगों के जीवन को बदलना है।
आदिवासियों के जीवन में कोई तब्दीली नहीं आई है। उन्होंने कहा कि नक्सलवाद
की समस्या मुंबई और दिल्ली जैसे शहरों में नहीं है।