पानीपत। हरियाणा के बाढ़ प्रभावित किसानों को आवश्यक सहायता उपलब्ध
करवाने के लिए मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने 12.67 करोड़ रुपये का
विशेष पैकेज देने की घोषणा की है। इस पैकेज के तहत विभिन्न खरीफ फसलों एवं
सब्जियों के बीज सब्सिडी दरों पर उपलब्ध करवाए जाएंगे।
मुख्यमंत्री ने बाढ़ प्रभावित किसानों को बासमती धान की विभिन्न
किस्मों सीएसआर-30, हरियाणा एचबीसी-19, पीबी-1, पीआरएच-10 तथा पूसा-1121 पर
75 प्रतिशत तक सब्सिडी देने की घोषणा की है ताकि किसान जहां तक संभव हो,
धान की नई नर्सरियां तैयार कर सकें या इनकी सीधी बिजाई कर सकें।
मुख्यमंत्री ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के किसानों को तौरियां, हाई
ब्रीड बाजरा तथा ज्वार जैसी वैकल्पिक फसलों के बीज मिनी किट के रूप में
प्रदान करने की घोषणा की। उन्होंने हाईब्रिड मक्का के बीजों पर 90 प्रतिशत,
मूंग व उड़द पर 75 प्रतिशत सब्सिडी उपलब्ध करवाने की घोषणा की ताकि बाढ़
प्रभावित जिलों में कोई भी क्षेत्र बिना बिजाई के न रहे। मुख्यमंत्री ने
भिंडी, बैंगन, खिरा, मिर्च, कद्दू/तूंबा, शिमला मिर्च, पत्तेदार सब्जियों,
मूली, गाजर एवं अरबी के बीजों पर भी 75 प्रतिशत सब्सिडी उपलब्ध करवाने की
घोषणा की।
हरियाणा सरकार बाढ़ प्रभावित जिलों में 201.21 करोड़ रुपये के लघु अवधि
के सहकारी ऋणों को मध्यम अवधि के सहकारी ऋणों में बदलने की घोषणा पहले ही
कर चुकी है। इसके अतिरिक्त बाढ़ प्रभावित जिलों के किसानों के 27.28 करोड़
रुपये के दीर्घावधि के सहकारी ऋणों की वसूली एक वर्ष तक न करने का भी
निर्णय लिया जा चुका है।
हाल ही में बाढ़ के कारण सिरसा, फतेहाबाद, अंबाला, कुरुक्षेत्र, कैथल
तथा करनाल जिले में खरीफ की विभिन्न फसलों को काफी नुकसान पहुंचा है और
इसके फलस्वरूप इन जिलों के किसानों को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा है। बाढ़
प्रभावित जिलों में 93,815 हेक्टेयर क्षेत्र में धान, 9000 हेक्टेयर में
कपास की फसलों को नुकसान हुआ है। इसके अलावा 11,464 हेक्टेयर क्षेत्र में
फलों, सब्जियों एवं चारा की फसलों को नुकसान हुआ है। दलहन एवं अन्य बागवानी
फसलों को भी नुकसान पहुंचा है।