चंडीगढ़। पंजाब के बाढ़ग्रस्त मानसा जिले में बुधवार को भी राहत कार्य
जारी रहे। घग्गर नदी के उफान से यहां कई एकड़ कृषि योग्य भूमि और कई गांव
डूब गए है।
मानसा के उपायुक्त कुमार राहुल ने बताया कि सार्दुलगढ़ इलाके में बाढ़
की स्थिति सबसे ज्यादा गंभीर है। करीब 25 गांव बाढ़ की चपेट में है और यहां
के ज्यादातर लोगों को सुरक्षित जगहों पर भेज दिया गया है। स्थिति पर
नियंत्रण के लिए हम दिन-रात लगे हुए है और निचले इलाकों को बाढ़ से बचाने
का प्रयास कर रहे है।
नागरिक अधिकारियों के अलावा सेना और अर्द्धसैनिक बलों के जवान भी राहत
अभियान में मदद कर रहे है। राहुल ने बताया कि करीब 200 मकान और करीब 5,000
एकड़ में खड़ी फसल नष्ट हो गई है। बाढ़ पीड़ितों को खाने के डिब्बे और पानी
पहुंचाने के लिए हमने सभी प्रबंध किए है। मानसा में बाढ़ के चलते अब तक
किसी की मौत होने की सूचना नहीं है।
आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार पटियाला, संगरूर, मोहाली, लुधियाना, फतेहगढ़
साहिब, मोगा और मानसा जिलों में करीब 271,784 एकड़ की फसल नष्ट हो चुकी है।
पड़ोसी राज्य हरियाणा के सिरसा जिले में भी बाढ़ की स्थिति गंभीर है।
सिरसा प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यहां बताया कि घग्गर नदी के
तटबंधों की दरारों को भरने के काम में सैन्यकर्मी लगे हुए है। इन्हीं
तटबंधों में दरार के कारण इन इलाकों को बाढ़ के कहर से जूझना पड़ रहा है।
10,000 एकड़ से ज्यादा कृषि योग्य भूमि में तीन से चार फुट तक पानी भरा है
और बाढ़ से करीब एक दर्जन गांव प्रभावित है। हमें उम्मीद है कि शाम तक
स्थिति पर नियंत्रण पा लिया जाएगा। पिछले कुछ दिनों के दौरान बाढ़ से
अंबाला, कुरुक्षेत्र, कैथल, सिरसा और फतेहगढ़ जिले बुरी तरह प्रभावित हुए
है।
पंजाब और हरियाणा में बाढ़ के चलते 33 लोगों की मौत हो चुकी है।