शिमला। सिरमौर जिले के पांवटा साहिब उपमंडल के अंतर्गत सतौन में एक
उद्योग की दीवार ढहने से वहां शैड में सो रहे आठ मजदूर जिंदा दब गए। उत्तर
प्रदेश निवासी इन लोगों की मिट्टी के नीचे दबने से मौत हो गई।
पुलिस के अनुसार ये लोग सतौन में हिमालयन मिनरल केमिकल फैक्टरी में
कार्यरत थे। हादसा वीरवार रात करीब दो बजे हुआ, जब ये मजदूर फैक्टरी के शैड
में सो रहे थे। शैड की दीवार के दूसरी ओर वासू केमिकल्स उद्योग द्वारा
चूने का मलबा रखा गया था। वीरवार को हुई तेज वर्षा के कारण आए पानी व मलबे
के वजन से दीवार ढह गई और शैड में सो रहे सभी आठ मजदूर जिंदा दब गए। हादसे
की सूचना सबसे पहले फैक्टरी में कार्यरत बिहारी लाल ने दी, जो पास ही में
चाय पीने गया था। बिहारी लाल ने ही आसपास के लोगों को मदद के लिए बुलाया और
मलबा हटाकर मजदूरों को अस्पताल ले जाया गया, लेकिन इससे पहले ही उनकी मौत
हो चुकी थी। बताया जाता है कि ये लोग अपनी शिफ्ट समाप्त करने के बाद रोज
इसी शैड में सोते थे। हादसे की सूचना मिलने पर शुक्रवार सुबह जिला प्रशासन
और पुलिस के आला अधिकारियों ने मौके का मुआयना किया। हादसे की सूचना
क्षेत्र में आग की तरह फैल गई और जिसे भी पता चला वह मौके की तरफ दौड़ पड़ा।
पुलिस ने स्थानीय अस्पताल में पोस्टमार्टम के बाद शवों को परिजनों के हवाले
कर दिया। पुलिस अधीक्षक पीडी प्रसाद ने बताया कि चूने का मलबा रखने वाले
वासू केमिकल्स उद्योग और हिमालयन मिनरल केमिकल फैक्टरी के खिलाफ मामला दर्ज
कर लिया गया है। मामले की जांच की जा रही है। वहीं, पांवटा के एसडीएम
मनमोहन शर्मा ने बताया कि मृतकों के परिजनों को एक-एक लाख रुपये राहत के
तौर पर दिए जाएंगे। उन्होंने बताया कि प्रशासन ने फौरी राहत के तौर पर
मृतकों के परिजनों को 20-20 हजार रुपये दे दिए हैं।
मृतकों की सूची
मृतकों में विनय , रामनायक (35), प्रवेश (23), पलटू राम (25), प्रमोद
(32), निहंस (20), हरिश चंद्र (18) व गुड्डू (23) शामिल हैं। इनमें से सात
लोग उत्तर प्रदेश में बाराबंकी जिले के टिकैत नगर थाना के अंतर्गत गलोनी
गांव के निवासी थी। प्रमोद साथ लगते चिढ़ा गांव का रहने वाला था।
राज्यपाल व सीएम ने जताया शोक
शिमला : सतौन में दीवार गिरने से आठ व्यक्तियों की मृत्यु पर राज्यपाल
उर्मिला सिंह तथा मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल ने गहरा दुख व्यक्त किया
है। मुख्यमंत्री ने भगवान से दिवंगत आत्माओं की शांति तथा शोक संतप्त
परिवारों को इस दुख को सहन करने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना की है।
उपायुक्त सिरमौर ने इस मामले की न्यायिक जांच के आदेश दिए हैं तथा अतिरि
दंडाधिकारी सिरमौर को इस संबंध में एक सप्ताह के भीतर जांच रिपोर्ट सौंपने
को कहा है।