भागलपुर। धान बीज के लिए मचा हाहाकार कल किसानों के लिए बड़ी मुश्किलें
खड़ी कर सकता है। यह मामला सीधे उनके आजीविका से जुड़ा है। किसानों को यह
समझ में नहीं आ रहा है कि इस परिस्थिति में वो क्या करें। किसानों का कहना
है कि डीलरों के द्वारा जो बीज दिया जाता है उसमें मिलावट के साथ कीमत भी
अधिक वसूली जाती है।
दूसरी ओर डीलरों का कहना है कि वे पूरी ईमानदारी के साथ नियमानुकूल बीज
वितरण करते हैं। बहरहाल, असमय हुई बीज की कमी ने कृषि अधिकारियों को भी
चक्कर में डाल दिया है।
मालूम हो कि इस साल से कृषि विभाग ने डीलरों के अलावा अनुदान पर बीज
वितरण के लिए बीज निगम सहित बीज वितरण से जुड़ी अन्य सरकारी एजेंसियों को
अधिकृत किया है। लेकिन किसान डीलरों के यहां से बीज लेने में भाग रहे हैं।
वे सीधे बीज निगम के गोदाम में पहुंच रहे हैं। इधर, जिला कृषि पदाधिकारी
दिनेश प्रसाद सिंह ने बताया कि उन्हें अब तक डीलरों की मनमानी की लिखित
शिकायत नहीं मिली है। शिकायत मिलने पर डीलर का लाइसेंस रद करने में वो जरा
भी देर नहीं करेंगे।
बता दें कि इस बार एक क्विंटल धान बीज की कीमत 2150 रूपया है। जबकि
प्रति क्विंटल 700 रूपये का सरकारी अनुदान है। इस हिसाब से किसानों को बीज
निगम के द्वारा प्रति क्विंटल 1450 रूपये की दर से बीज दिया जा रहा है।
संयुक्त कृषि निदेशक वैद्यनाथ महतो ने बताया कि सिर्फ भागलपुर ही नहीं पूरे
बिहार में बीज की कमी हो गई है। लेकिन बीज निगम को स्पष्ट निर्देश है कि
वे बीज वितरण में डीलरों से अधिक किसानों को प्राथमिकता दें।