भुवनेश्वर। आगामी 2015 तक उड़ीसा को बात ज्वर से मुक्त कराने का लक्ष्य
लेकर राज्य स्वास्थ्य विभाग की तरफ से 20 बात ज्वर प्रवण जिलों में तीन
दिन तक मुफ्त में डीईसी टेब्लेट सेवन कराने का अभियान सोमवार से शुरू कर
दिया गया है। भुवनेश्वर के तटीय क्षेत्र मेण्टासाल प्राथमिक स्वास्थ्य
केन्द्र में आयोजित एक उत्सव में इस अभियान का शुभारंभ स्वास्थ्य व परिवार
कल्याण विभाग कमिश्नर तथा शासन सचिव अनु गर्ग ने किया। अभियान के माध्यम से
20 जिले के 181 ब्लाक अन्तर्गत 30 हजार 563 गांव में 2 करोड़ 64 लाख लोगों
को आगामी तीन दिन के अन्दर यह औषधि खाने के लिए प्रदान की जाएगी। इसके लिए
51 हजार 400 दवा वितरणकारियों को नियोजित किया गया है। केन्द्र सरकार ने
6.1 करोड़ डीईसी टेब्लेट प्रदान की है। पहली बार इस टेब्लेट के साथ
आलबेण्टाजल दवा भी खाने को दिया जा रहा है। राज्य के 20 जिले कटक,
जगतसिंहपुर, जाजपुर, केन्द्रापड़ा, पुरी, खुर्दा, नयागड़, बालेश्वर, भद्रक,
गंजाम, गजपति, मालकानगिरी, कोरापुट, नवरंगपुर, अनुगुल, ढेकानाल, देवगड़,
झारसुगुड़ा, बौद्ध और नुआपड़ा जिले को बात ज्वर प्रवण जिला के तौर पर पहचान
की गयी है। वर्ष 2008 में संपृक्त 20 जिले के 74 प्रतिशत लोगों के शरीर में
माइक्रोफाइलेरिया रहने के समय 2009 में कम होकर यह 59 प्रतिशत तक पहुंच
गयी थी। इससे वर्ष 2015 तक सम्पूर्ण रूप से समाप्त करने का लक्ष्य रखा गया
है।
बात ज्वर पूरी दुनिया के लिए चिन्ता का कारण बना हुआ है। उड़ीसा में 2
करोड़ 62 लाख लोगों को इस बीमारी का खतरा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के
परामर्श के अनुसार केन्द्र तथा राज्य सरकार बात ज्वर निराकरण के लिए हर
सम्भव कोशिश कर रही है। मेण्टासाल में आयोजित राज्य स्तरीय शुभारंभ समारोह
में विधायक विभूति भूषण बलवन्तराय, खुर्दा जिलाधीश हृषिकेश त्रिपाठी,
स्वास्थ्य निदेशक डा.निर्मल कुमार मिश्र, स्वास्थ्य व परिवार कल्याण
प्रतिष्ठान निदेशक प्रो.त्रिलोचन साहू ने प्रमुख रूप से उपस्थित थे।