नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन
[एनआरएचएम] की संचालन समिति ने देश के 235 पिछड़े जिलों में 53,500 पुरुष
स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की नियुक्ति करने की योजना को मंजूरी दे दी है। इस
पर कुल 386 करोड़ रुपये का खर्च आएगा। इन पुरुष कार्यकर्ताओं की नियुक्ति
सबसे पहले उन उप-केंद्रों पर की जाएगी, जहां अभी सिर्फ महिला नर्स या एएनएम
से काम चलाया जा रहा है। इनकी नियुक्ति के बाद महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता
गर्भवती महिलाओं और नवजात बच्चों के स्वास्थ्य पर ध्यान केंद्रित कर
सकेंगी। रात में उप-केंद्र का काम संभालने, गांवों में घर-घर जा कर किसी
योजना के बारे में बताने और पुरुषों को गर्भ निरोधक आदि के बारे में
जानकारी देने जैसे काम आसान हो जाएंगे।
इस समय लगभग हर पांच हजार की आबादी पर एक स्वास्थ्य उप-केंद्र तो जरूर
है, लेकिन इनमें से ज्यादातर में सिर्फ महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता ही सारा
काम संभाल रही हैं। इसका कारण केंद्रीय सहायता है जो अभी तक केवल महिला
स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के लिए मिलती थी। लेकिन पहली बार केंद्र सरकार की
ओर से पुरुष कार्यकर्ताओं की नियुक्ति के लिए भी राज्यों को आर्थिक सहायता
देने को मंजूरी दे दी गई है। इसके तहत देश भर के पिछड़े इलाकों में 53,500
पुरुष स्वास्थ्य कार्यकर्ता रखे जा सकेंगे। उम्मीद है कि ये कार्यकर्ता
टीबी, कालाजार, कुष्ठ रोग आदि को दूर करने में अहम भूमिका निभाएंगे। साथ ही
इनके आ जाने के बाद स्वास्थ्य उप-केंद्रों को चौबीसों घंटे खुला रखना भी
आसान हो जाएगा।
लेकिन इस योजना के तहत सभी नियुक्तियां अनुबंध पर ही होंगी और इन्हें
राज्य सरकारें ही बहाल करेंगी। पिछड़े राज्य केंद्र की इस योजना का खुल कर
फायदा उठाने में इसलिए कतरा सकते हैं क्योंकि हर साल केंद्र इसमें अपनी मदद
कम करता जाएगा। पहले साल केंद्र इन पर होने वाले खर्च का 85 फीसदी, दूसरे
साल में 75 फीसदी और तीसरे साल में 65 फीसदी वहन करेगा। इसके बाद सारा खर्च
राज्य सरकारों को उठाना पड़ सकता है।
स्वास्थ्य उप केंद्र में अभी तक महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता के लिए तो
केंद्र आर्थिक सहायता देता है जबकि पुरुष कार्यकर्ताओं की नियुक्ति राज्यों
को पूरी तरह अपने खर्च पर ही करनी होती है। इसी वजह से अधिकांश
उप-केंद्रों पर इस समय एक भी पुरुष कार्यकर्ता मौजूद नहीं हैं।
स्वास्थ्य उप-केंद्रों की मौजूदा स्थिति
-देश भर में कुल उप-केंद्र- 1.46 लाख
-चौबीस घंटे खुलने वाले उप केंद्र- 15 हजार
-यहां कार्यरत महिला एएनएम- 1.77 लाख
-प्रस्तावित पुरुष कार्यकर्ता- 53.5 हजार