तिरुअनंतपुरम। मानसून की दस्तक के साथ स्वाइन फ्लू यानी इंफ्लूएंजा
एच1एन1 के मामलों में फिर उछाल आया है। पिछले साल इस संक्रामक बीमारी के
फैलने के कारण हजारों लोग मौत के मुंह में समा गए थे।
केरल में स्वास्थ्य अधिकारियों ने सावधान किया है कि जल्द ही देश में
सामान्य इंफ्लूएंजा के मामले एच1एन1 में बदल सकते हैं। केरल स्वास्थ्य
सेवाओं के महानिदेशक एमके जीवन ने कहा कि पिछले साल एच1एन1 विदेश से आया
था। लेकिन अब हम वायरल संक्रमण के तीसरे चरण के साक्षी होंगे। वायरस का रूप
बदला है। इंफ्लूएंजा के सामान्य मामलों में स्वाइन फ्लू पाया गया है। इसके
मुंबई, पुणे समेत अतीत में इसके प्रकोप वाले स्थानों पर फैलने की संभावना
है।
उन्होंने बताया कि केरल में हालात नियंत्रण में हैं। यहां पर 13 मई से
अब तक 219 लोग वायरस से संक्रमित पाए गए हैं। राज्य के एन1एच1 सेल के
प्रभारी अमर फेटले ने कहा कि बारिश का मौसम सांस की बीमारियां जैसे सर्दी
और खांसी लाता है। इसमें ज्यादतर स्वाइन फ्लू में तब्दील हो गए हैं।
उन्होंने सलाह दी कि मामूली फ्लू को नजरअंदाज नहीं करना चाहिएऔर डाक्टर
के पास जाना चाहिए। उन्होंने जोर दिया कि सामुदायिक प्रयास से ही इस
बीमारी से बचा जा सकता है।