गन्नौर में 830 करोड़ से बनेगी फल मंडी

चंडीगढ़,: सोनीपत जिले के गन्नौर में 830 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत
से 537 एकड़ से भी अधिक क्षेत्र में एक अन्तरराष्ट्रीय फल एवं सब्जी
मार्केट विकसित की जाएगी। हरियाणा ऐसी मार्केट वाला देश का पहला राज्य
होगा।

हरियाणा राज्य कृषि विपणन बोर्ड तथा सैमारिस ग्रेसार्ड कन्सल्टेट्स,
फ्रांस के बीच बृहस्पतिवार को यहां मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा की
उपस्थिति में एक समझौते पर हस्ताक्षर किए गए।

समझौता ज्ञापन पर हरियाणा राज्य कृषि विपणन बोर्ड की ओर से बोर्ड के
मुख्य प्रशासक डा. अवतार सिंह तथा फ्रांस की कंपनी की ओर से मुख्य
कार्यकारी अधिकारी जीन मिशेल ग्रेसार्ड ने हस्ताक्षर किए। टर्मिनल मार्केट
को हरियाणा के विकास में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि बताते हुए मुख्यमंत्री ने
कहा कि कृषि उत्पादों के मूल्यवर्धन में फ्रांस के विशेषज्ञों से मदद
मिलेगी। इससे किसानों को भी अपने उत्पादों के लाभकारी दाम मिलेंगे और
उपभोक्ताओं को भी अच्छा उत्पाद मिल सकेंगे। फ्रांस के कृषि दूतावास के
काउंसलर बेय्रिस फिलिफ्फे ने विश्वास जताया कि हरियाणा को फ्रांस की कंपनी
के विशेषज्ञों से लाभ होगा।

कृषि विभाग के वित्तायुक्त एवं प्रधान सचिव रोशन लाल सैनी ने कहा कि
गन्नौर टर्मिनल मार्केट को सैमारिस / ग्रेसार्ड कंसल्टेट्स, फ्रांस द्वारा
विकसित किया जाएगा और राष्ट्रीय बागबानी मिशन के तहत वित्तीय सहायता उपलब्ध
करवाई जाएगी। इस मार्केट में प्रतिवर्ष 75 लाख टन की क्षमता तक फलों,
सब्जियों और अन्य खराब होने वाली वस्तुओं को रखा जा सकेगा। इस मार्केट के
आने के पश्चात 40 प्रतिशत तक पूर्वोत्तर फसली नुकसान को कम किया जा सकेगा।
उन्होंने कहा कि गन्नौर टर्मिनल मार्केट परिसर को यूरोपीय मार्केट की तर्ज
पर संग्रहण केंद्रों के साथ जोड़कर डिजाइन किया जाएगा। इसमें विशेष कमोडिटी
हब्स, मल्टीपल कमोडिटी हब, वर्तमान मंडियों का आधुनिकीकरण और अपग्रेडेशन
किया जाएगा। यह बाजार प्रणाली के विभिन्न घटकों जैसे थोक बाजार की स्थापना,
उत्पादक (किसान) से संबंधित विपणन सुविधाओं और खुदरा विक्रेताओं से संबद्ध
विपणन सुविधाओं, निर्यातकों और उपभोक्ताओं के लिए स्वच्छ व स्वस्थ वातावरण
उपलब्ध कराएगी।

रोशन लाल ने बताया कि यह मार्केट उत्तरी क्षेत्र, विशेषकर जम्मू एवं
कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश की
आवश्यकताओं को पूरा करेगा और दिल्ली की आजादपुर मंडी का एक विकल्प होगा। इस
अवसर पर कृषि मंत्री परमवीर सिंह, कृषि राज्य मंत्री सुखबीर कटारिया,
मुख्य सचिव उर्वशी गुलाटी, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव छतर सिंह,
मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव डा.केके खंडेलवाल, ग्रेसार्ड, फ्रांस
के उप महाप्रबंधक फ्लोरियन डी सेंट विन्सेंट भी उपस्थित थे।

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