नई दिल्ली [जागरण ब्यूरो]। पिछले दो महीने से जारी मणिपुर के लोगों का
संकट अभी पूरी तरह टला नहीं है। सोमवार को प्रधानमंत्री से मुलाकात के बाद
नगा छात्र संघ के आंदोलनकारियों ने तो मणिपुर की नाकेबंदी खत्म कर दी,
लेकिन दूसरे गुट अब भी रास्ता रोके हुए हैं। अब बुधवार को गृह सचिव जीके
पिल्लै मणिपुर और नगालैंड के मुख्य सचिवों से मुलाकात कर स्थायी समाधान का
रास्ता तलाशेंगे।
गृह सचिव ने मणिपुर की स्थिति को देखते हुए दोनों राज्यों के गृह
सचिवों की आपात बैठक बुलाई है। मंत्रालय की ओर से जारी बयान के मुताबिक
राष्ट्रीय राजमार्ग 39 पर यातायात को रोका जाना गंभीर चिंता का विषय है और
बैठक के दौरान यहां यातायात अबाधित रखने के उपायों पर चर्चा होगी। इसके
मुताबिक मणिपुर सरकार के अनुरोध पर केंद्र ने यहां अर्ध सैनिक बल भेजने का
फैसला किया है।
उधर, मंत्रालय के सूत्रों का कहना है कि राष्ट्रीय राजमार्ग खुलवाने के
लिए भले ही सोमवार को पांच बटालियन अर्ध सैनिक बल भेजने का फैसला ले लिया
गया, लेकिन कोशिश यही की जा रही है कि जवानों को वहां भेजे बिना ही रास्ता
खुल जाए। इस सिलसिले में आंदोलन कर रहे विभिन्न गुटों को लगातार समझाने की
कोशिश जारी है। अगर विरोध कम हो जाता है तो अर्ध सैनिक बलों को भी कम तादाद
में भेजा जाएगा।