नई दिल्ली, राज्य ब्यूरो: खाप नेताओं द्वारा गंग नहर बंद कर देने से
दिल्ली का पानी बंद हो गया है। इससे जल बोर्ड के दो प्रमुख ट्रीटमेंट
प्लांट सोनिया विहार एवं भागीरथी ठप पड़ गए हैं। देर रात दोनों प्लांटों से
पानी का उत्पादन बंद हो गया। इससे पूर्वी दिल्ली एवं दक्षिणी दिल्ली में
रहने वाले करीब 40 लाख लोगों को सोमवार सुबह पानी मिलना मुश्किल है। इससे
दिल्ली में पेयजल संकट गहरा जाएगा और स्थिति बिगड़ सकती है। हालांकि, संकट
के समाधान के लिए दिल्ली सरकार ने उत्तार प्रदेश शासन से तत्काल हस्तक्षेप
करने को कहा है।
बता दें कि गंग नहर रविवार की शाम करीब 4 बजे मुरादनगर के पास बंद की गई
है। गंग नहर से 200 एवं 177 क्यूसेक रॉ वाटर दिल्ली को मिलता है। जिससे
140 एमजीडी क्षमता वाला सोनिया विहार वाटर ट्रीटमेंट प्लांट एवं 100 एमजीडी
क्षमता वाला भागीरथी ट्रीटमेंट प्लांट काम करता है। सोनिया विहार संयंत्र
से दक्षिणी दिल्ली की प्यास बुझाई जाती है तो भागीरथी संयंत्र से पूर्वी
दिल्ली की। ऐसे में गंग नहर का पानी रोकने से आधी दिल्ली समस्या ग्रस्त हो
जाएगी। चूंकि, गंगा वाटर को मुरादनगर में बंद किया गया है, इसलिए नहर में
बचे पानी का उपयोग गाजियाबाद एवं नोएडा ने कर लिया। पानी रोकने से सबसे
ज्यादा परेशानी दिल्ली को ही झेलनी होगी।
रविवार की शाम तो जल बोर्ड ने सभी क्षेत्रों को सप्लाई सुचारू कर दी।
लेकिन, सुबह का भरोसा नहीं है, क्योंकि गंग नहर का पानी रुकने के कुछ घंटे
बाद ही दोनों प्लांट प्रभावित हो गए। सूत्रों के अनुसार देर रात दोनों
प्लांट बंद हो गए। बोर्ड अधिकारियों का कहना है कि सुबह लोगों को पानी के
लिए परेशानी उठानी पड़ सकती है।
जल बोर्ड के सीईओ रमेश नेगी का कहना है कि अगर जल्द ही गंग नहर नहीं
खुलती है तो दिल्ली में पेयजल संकट हो सकता है। हालांकि, इसके लिए सरकार के
स्तर पर बातचीत चल रही है। दिल्ली के मुख्य सचिव राकेश मेहता ने देर शाम
उत्तार प्रदेश के मुख्य सचिव से इस बाबत संपर्क किया है। उम्मीद है कि जल्द
मामला निपट जाएगा। उधर, जल बोर्ड की टीम स्थानीय स्तर पर भी पानी का जुगाड़
करने में जुट गई है।