नई दिल्ली, जागरण न्यूज नेटवर्क। भारतीय कृषि की जान दक्षिण पश्चिम
मानसून धीरे-धीरे गर्मी से बेहाल देश के उत्तरी इलाकों की ओर बढ़ रहा है।
केरल, तमिलनाडु व कर्नाटक के बाद मानसून ने रविवार को उड़ीसा और पश्चिम
बंगाल में दस्तक दे दी। कोलकाता में मौसम की पहली बारिश हुई। राजधानी
दिल्ली में दोपहर बाद आंधी के साथ आई बारिश ने उमस और चुभती गर्मी से लोगों
को राहत दिलाई।
चक्रवाती तूफान ‘फेत’ की रुकावट को पीछे छोड़कर दक्षिण पश्चिम मानसून अब
तटीय आंध्र प्रदेश और उड़ीसा के अधिकांश हिस्सों में पहुंच गया है। इसके
अगले दो-तीन दिनों में महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, गुजरात के दक्षिणी हिस्सों,
सिक्किम, झारखंड और पूर्वी बिहार में पहुंचने की संभावना है। भारतीय मौसम
विभाग [आईएमडी] का कहना है कि परिस्थितियां मानसून के आगे बढ़ने के पूरी
तरह अनुकूल हैं। मौसम विभाग ने अगले चौबीस घंटों में केरल, तटीय कर्नाटक,
कोंकण और गोवा में भारी बारिश होने की संभावना जताई है। दिल्ली, पंजाब,
हरियाणा और उत्तर प्रदेश में धूल भरी आंधी आ सकती है।
राजधानी दिल्ली में दोपहर बाद धूल भरी तेज आंधी और उसके बाद हुई
बूंदाबांदी से मौसम खुशगवार हो गया। गर्मी की वजह से घरों में दुबके लोग
शाम को मौसम का मजा लेने बाहर निकल पड़े। हालांकि दिन के अधिकतम व न्यूनतम
तापमान में ज्यादा गिरावट नहीं आई लेकिन दोपहर साढ़े तीन बजे के बाद आसमान
पर घने बादल छा जाने से लोगों को तपिश से राहत मिली। दिन का अधिकतम तापमान
43 डिग्री और न्यूनतम 28.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विशेषज्ञ
ओ.पी. शर्मा के अनुसार मध्य जून के बाद ऐसा होना सामान्य है और आने वाले
दिनों में भी जैसे ही दिन गर्म होगा पश्चिमी विक्षोभ के चलते दोपहर बाद धूल
भरी आंधी आने की संभावना बनी रहेगी। उधर, उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले में
शनिवार रात बादल फटने की घटना में एक व्यक्ति की मौत हो गई।
आंधी ने रोकी विमानों की उड़ान
रविवार शाम राजधानी में आई धूल भरी आंधी से इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय
हवाई अड्डे [आईजीआई] पर विमानों का संचालन करीब एक घंटे ठप रहा। इस दौरान न
तो कोई फ्लाइट टेक-ऑफ कर सकी और न ही कोई लैंड। दूसरे शहरों से राजधानी
पहुंच रही उड़ानों को एयर ट्रैफिक कंट्रोलर [एटीसी] ने जयपुर और लखनऊ जाने
या मौसम सामान्य होने तक इंतजार करने के लिए कहा।
एयरपोर्ट सूत्रों के मुताबिक धूल भरी आंधी के चलते 50 से ज्यादा फ्लाइट
देरी से अपने गंतव्य के लिए रवाना हो सकीं। करीब 14 उड़ानों को दूसरे
एयरपोर्ट पर उतरने के लिए कहा गया। इनमें काबुल, दुबई और काठमांडू से आने
वाली अंतरराष्ट्रीय उड़ानें भी शामिल हैं। नौ घरेलू उड़ानों को जयपुर और दो
को श्रीनगर व लखनऊ भेज दिया गया।