औरैया। जिले के बेला थाना में पुलिस हिरासत में अधेड़ की मौत के मामले
में थानाध्यक्ष व दो दरोगाओं समेत आठ पुलिसकर्मियों के खिलाफ हत्या का
मुकदमा दर्ज करते हुए सभी को निलम्बित कर दिया गया। थाने में आगजनी, पथराव व
तोड़फोड़ करने में डेढ़ सौ प्रदर्शनकारियों के खिलाफ भी रिपोर्ट दर्ज हुई
है। रविवार को पुलिस व पीएसी ने बेला कस्बे में चप्पे-चप्पे पर नजर रखी।
पुलिस व प्रशासन के आला अफसर भी वहां दिनभर कैम्प किये रहे।
तिर्वा के आरएन सिंह बघेल की शिकायत पर पुलिस ने आठ जून को ट्रैक्टर
चालक रामलड़ैते निवासी नवरंगपुर नगरिया, जिला कन्नौज व बरधइया तिर्वा निवासी
छोटे वर्मा को हिरासत में लेकर थाने में बैठा रखा था। शनिवार को दोपहर
हवालात में रामलड़ैते की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गयी। जानकारी
मिलने पर बेला पहुंचे परिवारजन व ग्रामीणों ने बवाल किया। भीड़ ने थाने में
घुसकर डेढ़ दर्जन दुपहिया वाहन, फर्नीचर आग के हवाले कर दिये। पथराव में
पुलिस कर्मी भी घायल हुए। इससे पहले शनिवार देर रात तक डीएम व एसपी ने थाने
में मौजूद रहकर स्थिति को नियंत्रित किया। इसमें पुलिस ने चार नामजद व 150
अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। वहीं पुलिस ने मृतक लड़ैते के
भाई हरेराम को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
रविवार को पुलिस अधीक्षक सुभाष चंद्र दुबे ने बताया पुलिस हिरासत में
बंदी की मौत के मामले में बेला थानाध्यक्ष प्रवेश राणा, उपनिरीक्षक गोरखनाथ
व सुभाष चंद्र तथा मुंशी परशुराम, आरक्षी उदयभान, अरविंद कुमार, श्रवण
कुमार व धीरेंद्र कुमार को निलम्बित कर दिया गया है। मृतक के पिता मटरू की
तहरीर पर निलम्बित पुलिस कर्मियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया
है। एसपी ने कहा जिन लोगों ने थाने में तोड़फोड़ की, वाहन जलाये हैं, उन पर
गंभीर धाराओं में कार्रवाई होगी, साथ ही भीड़ का नेतृत्व करने वालों पर
रासुका लगायी जायेगी। एसपी ने दावा किया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में
रामलड़ैते की मौत का कारण हैंगिंग बताया गया है।