नई दिल्ली। खाने-पीने की चीजों के दामों में लगातार दूसरे सप्ताह तेजी
आई है। चावल, गेहूं, दाल, दूध और फलों की कीमतों में वृद्धि के चलते 29 मई
को समाप्त सप्ताह में खाद्य मुद्रास्फीति की दर बढ़कर 16.74 प्रतिशत हो
गई। इससे पूर्व सप्ताह में खाद्य पदार्थो के थोक मूल्यों पर आधारित महंगाई
की यह दर 16.55 प्रतिशत पर थी।
विशेषज्ञों के मुताबिक खाद्य महंगाई की दर में वृद्धि के इस रुख को
देखते हुए रिजर्व बैंक आने वाले दिनों में कड़े कदम उठा सकता है। केंद्रीय
बैंक 27 जुलाई, 2010 को पहली तिमाही की मौद्रिक समीक्षा पेश करेगा। इसमें
वह ब्याज दरों में बढ़ोतरी जैसी पहल कर सकता है।
एक साल पहले की तुलना में समीक्षाधीन सप्ताह में दालें 31, दूध 21.1 और
फल 18.7 प्रतिशत महंगे हो गए। इसी प्रकार चावल के मूल्य 7 और गेहूं के 3
प्रतिशत बढ़ गए। हालांकि इस दौरान आलू की कीमत 30.87 और प्याज की 12.27
प्रतिशत कम हो गई। साप्ताहिक आधार पर मांस [बीफ] की कीमत में 8, समुद्री
मछली में 3 और अरहर, मूंग और फल एवं सब्जी के दामों में एक-एक प्रतिशत की
वृद्धि हुई। वैसे इस दौरान बाजरा एक फीसदी सस्ता हुआ।
अप्रैल में थोक मूल्यों पर आधारित मासिक मुद्रास्फीति की दर 9.59
प्रतिशत रही थी। योजना आयोग के उपाध्यक्ष मोंटेक सिंह अहलूवालिया ने बीते
हफ्ते कहा था कि साल के अंत तक महंगाई की दर घटकर 5 से 6 प्रतिशत तक पहुंच
सकती है।