प्याज की भारी आवक से मंडी लबालब हो गई। हालात ऐसे बन रहे हैं कि रखने तक
की जगह कम पड़ गई। मंगलवार को मंडी प्रशासन ने प्लेट फार्म पर पड़े हजारों
कट्टे हटवाए। मंडी में किसानों को अपना माल सुरक्षित बेचने में कठिनाई
नहीं आए इसे दृष्टिगत रखते हुए व्यापारियों से भी अनुरोध कर प्याज हटवाने
की कार्रवाई की गई। सप्ताह भर में करीब ८० हजार कट्टे प्याज की आवक हुई।
व्यापारियो ने मंडी में जगह कम होने की समस्या बताई है। मंडी से रोज ३०
ट्रक प्याज के लोड हो रहे हैं। व्यापारी भी सुलभ परिवहन नहीं होने से अधिक
भाड़ा देकर ट्रक बुलवा रहे हैं। प्याज की भारी आवक ने गत वर्ष का टैक्स का
रिकार्ड तोड दिया है। करीब ५ लाख ४० हजार रुपए का टैक्स मात्र प्याज से ही
मिला, जबकि गत वर्ष ढाई लाख रुपए ही टैक्स मिल पाया था। मंडी में प्याज के
भाव अधिकतम २४० रुपए प्रति मन बिका।
की जगह कम पड़ गई। मंगलवार को मंडी प्रशासन ने प्लेट फार्म पर पड़े हजारों
कट्टे हटवाए। मंडी में किसानों को अपना माल सुरक्षित बेचने में कठिनाई
नहीं आए इसे दृष्टिगत रखते हुए व्यापारियों से भी अनुरोध कर प्याज हटवाने
की कार्रवाई की गई। सप्ताह भर में करीब ८० हजार कट्टे प्याज की आवक हुई।
व्यापारियो ने मंडी में जगह कम होने की समस्या बताई है। मंडी से रोज ३०
ट्रक प्याज के लोड हो रहे हैं। व्यापारी भी सुलभ परिवहन नहीं होने से अधिक
भाड़ा देकर ट्रक बुलवा रहे हैं। प्याज की भारी आवक ने गत वर्ष का टैक्स का
रिकार्ड तोड दिया है। करीब ५ लाख ४० हजार रुपए का टैक्स मात्र प्याज से ही
मिला, जबकि गत वर्ष ढाई लाख रुपए ही टैक्स मिल पाया था। मंडी में प्याज के
भाव अधिकतम २४० रुपए प्रति मन बिका।
उज्जैन का प्याज देश भर में पहुंच रहा- प्याज की भारी मांग देश भर में
होने से इन दिनों बंगाल, कानपुर, सिलीगुड़ी, असम जैसे प्रांत बड़े खरीदार
बन कर उभरे हैं। जानकारों के मुताबिक मालवा का प्याज बेहतर ओर टिकाऊ होने
से मांग अच्छी चल रही है। गांव छीतरखेड़ी के कृषक करणसिंह पटेल ने बताया
प्याज की उपज लेने में किसान अधिक रूचि दिखा रहे हैं। अच्छी क्वालिटी का
बीज डालने से उपज बेहतर मिलती है। इस साल ग्लोबल वार्मिंग से नुकसान हुआ
है।