रांची। सर्व शिक्षा अभियान के 526 करोड़
रुपये का अभी तक समायोजन नहीं हो सका है। राज्य परियोजना निदेशक नितिन मदन
कुलकर्णी द्वारा मंगलवार को सर्व शिक्षा अभियान की समीक्षा के दौरान यह
बात सामने आई। ज्ञात हो कि वर्तमान वित्तीय वर्ष के प्रारंभ में सर्व
शिक्षा अभियान के 966 करोड़ रुपये का समायोजन नहीं हुआ था। इसे लेकर
कुलकर्णी ने सभी जिलों को राशि का समायोजन का सख्त आदेश दिया था। यहां यह
उल्लेखनीय है कि समायोजन नहीं होने के कारण केंद्र सरकार द्वारा सर्व
शिक्षा अभियान के तहत वर्तमान वित्तीय वर्ष के लिए अनुमोदित 1762 करोड़
रुपये लेने में अड़चन आ रही है। बैठक में यह बात सामने आई कि धनबाद समायोजन
के लक्ष्य में सबसे पीछे रहा, जबकि खूंटी, लातेहार, एवं पश्चिमी सिंहभूम
जिलों में पचास प्रतिशत राशि का समायोजन नहीं किया जा सका। कुलकर्णी ने एक
सप्ताह के भीतर शत-प्रतिशत समायोजन की चेतावनी दी है। बैठक में पूर्व में
निर्देशित अतिरिक्त बैंक खाते को बंद करने की दिशा में अबतक की कार्रवाई
की समीक्षा हुई। पता चला कि अब तक 53 बैंक खाते बंद किए गए। ज्ञात हो कि
कई जिलों में सर्व शिक्षा अभियान के कई खाते खोल लिए गए थे। जमशेदपुर में
तो निजी बैंक में खाता खोल लिया गया था, जिसे बंद करने का आदेश दिया गया।
मई में 187.17 लाख खर्च
समीक्षा में यह बात सामने आई कि वर्तमान वित्तीय वर्ष के ओपनिंग
बैलेंस में कुल 336.91 लाख की राशि उपलब्ध थी, जिसके विरुद्ध मई माह में
187.11 लाख रुपये खर्च किए गए।
जुलाई तक सिविल निर्माण कार्य पूरा हो
परियोजना निदेशक नितिन मदन कुलकर्णी ने सभी जिलों को जुलाई माह तक सभी
लंबित योजनाओं को पूरा करने का आदेश दिया है। बैठक में यह बात सामने आई कि
अप्रैल-मई माह में निम्न सिविल कार्य पूरे हुए :
प्रखंड संसाधन केंद्र : 01
संकुल संसाधन केंद्र : 15
नए विद्यालय भवन : 377
अतिरिक्त वर्ग कक्ष : 1470
चापाकल की व्यवस्था : 72
शौचालय : 588
अतिरिक्त वर्ग कक्ष : 58