कोलकाता। राज्य में धान समेत अन्य अनाजों का
उत्पादन लक्ष्य से कम हो रहा है। इससे राज्य सरकार की चिंता बढ़ गयी है।
राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन के जरिये पश्चिम बंगाल में धान, गेहूं व
दलहन का उत्पादन बढ़ाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
इस सिलसिले में राज्य के कृषि अधिकारी सार्थक कुमार वर्मा ने बताया कि
जिस रफ्तार से आबादी बढ़ रही है उस अनुपात में अनाज का उत्पादन नहीं बढ़
रहा है जो गंभीर चिंता का विषय है। इससे आने वाले दिनों में खाद्य संकट
उत्पन्न हो सकता है। श्री बर्मा ने बताया कि राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन
के अंतर्गत 11वीं पंचवर्षीय योजना में राज्य को चार फीसदी अनाज का उत्पादन
बढ़ाने का लक्ष्य दिया गया है। श्री वर्मा ने कहा कि इसे ध्यान में रखकर
सरकार ने धान, गेहूं व तिलहन का उत्पादन बढ़ाने के लिए प्रयास तेज कर दिये
हैं।
जिन जिलों में धान, गेहूं व दलहन का उत्पादन आशानुरूप नहीं होता है उन
जिलों को राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन जिले के रूप में चिन्हित किया गया
है। इन जिलों को केंद्र की ओर नाना प्रकार सहयोग दिया जा रहा है। श्री
वर्मा ने बताया कि धान के लिए कूचबिहार, जलपाईगुड़ी, उत्तर दिनाजपुर,
पुरुलिया, पश्चिम मेदिनीपुर, पूर्व मेदिनीपुर, हावड़ा व दक्षिण 24 परगना को
चिन्हित किया गया है। कूचबिहार, जलपाईगुड़ी, उत्तर दिनाजपुर व दक्षिण
दिनाजपुर को गेहूं का उत्पादन बढ़ाने के लिए चिन्हित किया गया है। दलहन के
उत्पादन के लिए सिर्फ मालदह, मुर्शिदाबाद, नदिया, वीरभूम व पुरुलिया को
चिन्हित किया गया है।