बुनकर ऋण माफी योजना में अवरोध बना बैंक

भागलपुर। सरकार की बुनकर ऋण माफी योजना में
बैंक अवरोध बना हुआ है। सरकार हाथ खोलकर बुनकरों को सहायता देने के लिए
तैयार है लेकिन बैंकों के असहयोगात्मक व्यवहार के कारण बुनकर परेशान हैं
और सरकार की योजना सफल नहीं हो पा रही है। सरकार की मंशा है कि कर्जदार
बुनकरों के नाम पर जो भी राशि है उसे चुनाव के पूर्व तक चुकता कर दिया
जाए। बैंकों से ऋण लिये हुए बुनकरों की सूची कई दफे मांगी गयी है लेकिन अब
तक मात्र चार बैंक की शाखाओं ने ही इस सूची को उपलब्ध कराया है जिसे 69
लाख 36 हजार की राशि का भुगतान कर दिया गया है।

सरकारी सूत्रों ने बताया कि बिहार सरकार ने भागलपुर के 922 बुनकरों की
कर्ज की राशि को अदा कर दिया है। यह कार्य बुनकर ऋण माफी योजना के तहत
किया गया है। जिला उद्योग केन्द्र के महाप्रबंधक यूपी सिंह ने बताया कि एक
अप्रैल’98 से 31 मार्च ’07 तक की अवधि में बुनकरों के समूचे ऋण (ब्याज
सहित) माफी की योजना है। इस योजना पर जिला स्तर पर काम भी शुरू हो गया है।

इसबीच, बुनकरों के प्रतिनिधि जियाउर रहमान ने बताया कि करीब तीस हजार
बुनकरों ने रोजगार चलाने के लिए ऋण लिया था। बाद में रोजगार में सफलता
नहीं मिलने के कारण उनके द्वारा ऋण की अदायगी नहीं की जा सकी। क्रमश:
बैंकों ने उन पर सर्टिफिकेट केस कर दिया, जिससे बुनकर परिवार परेशान हैं।
बिहार बुनकर कल्याण समिति के सदस्य अलीम अंसारी ने बताया कि दस वर्षों में
बैंकों से जो बुनकरों ने ऋण की राशि प्राप्त की है वह राशि करीब 41 करोड़
रुपये है। विभिन्न बैठकों के बाद इस मामले को सरकार के संज्ञान में लाया
गया तब सरकार ने 2006 में एक नीतिगत फैसला लिया कि सरकार मूलधन की राशि
चुकाएगी और उस पर जो ब्याज चार्ज किया गया है वह बैंक अपने स्तर से माफ
करेगी। इस सिद्धांत के तहत बुनकरों की ऋण माफी के लिए सरकार ने 12 करोड़ 24
लाख स्वीकृत किए।

इसके बाद बैंकों से सूची मांगी गयी कि उनके बैंक की शाखाओं में कितने
बुनकरों पर ऋण की राशि कितनी है। जो सूची सांस्थिक वित्त विभाग को अब तक
मिली है उसके मुताबिक 922 बुनकरों के ऋण की राशि का भुगतान कर दिया गया
है।

उधर, जिला उद्योग केन्द्र के महाप्रबंधक ने बताया कि सांस्थिक वित्त
विभाग के अलावा उनके कार्यालय से भी बैंकों के जिला समन्वयकों और जिला
अग्रणी बैंक प्रबंधक को पत्र लिखा गया है। जिसमें बैंक प्रशासन से अनुरोध
किया गया है कि वे शीघ्र कर्जदार बुनकरों की सूची उपलब्ध कराएं ताकि सरकार
उनकी राशि का भुगतान कर सके। महाप्रबंधक ने कई रिमाइंडर भी दिए हैं।

जिन बैंकों को कर दिया गया भुगतान

-सेन्ट्रल बैंक आफ इंडिया की भागलपुर और नाथनगर शाखा में नौ बुनकरों
ने कर्ज लिया था, जिसकी राशि तीन लाख 29 हजार है। राशि का भुगतान हो गया।

-यूनाइटेड बैंक आफ इंडिया की भागलपुर और जयरामपुर शाखामें 67 बुनकरों
ने ऋण लिया था। इसमें कुल राशि 11 लाख 81 हजार 400 रुपये निहित है। राशि
का भुगतान हो गया।

-यूको बैंक की भागलपुर, पुरैनी, लोदीपुर, रतनगंज व गुड़हट्टा चौक की
शाखाओं में 749 बुनकरों ने कर्ज लिया था। जिसके विरूद्ध 48 लाख 92 हजार
256 रुपये का भुगतान कर दिया गया।

-यूनियन बैंक आफ इंडिया की भागलपुर शाखा से 97 बुनकरों को कर्ज मिली थी। इसमें राशि 5 लाख 34 हजार है। राशि का भुगतान हो गया।

इसके अलावा केन्द्रीय सहकारिता बैंक से लिये कर्ज की राशि 32 लाख 63
हजार रुपये डीएम को प्राप्त हो गयी है। बैंक ने ऋण लिये हुए बुनकरों की
सूची नहीं सौंपी है जिसके कारण राशि का स्थानांतरण नहीं हुआ है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *