पटना पर्यावरण व वन विभाग ने पेड़ की कटाई
किए बिना कैमूर में 2570 मेगावाट क्षमता की पम्प स्टोरेज स्कीम के सर्वे
सहित सभी कार्यों के लिए अनुमति प्रदान कर दी है। उधर निजी क्षेत्र में
प्रस्तावित 450 मेगावाट क्षमता की इन्द्रपुरी जल विद्युत परियोजना के लिए
जिंदल से प्रस्ताव में संशोधन का अनुरोध किया गया है।
जिंदल ने इन्द्रपुरी में जल विद्युत परियोजना के साथ ही थर्मल प्लांट
स्थापित करने का भी प्रस्ताव दिया है। ऐसी स्थिति में उससे अपने प्रस्ताव
में संशोधन का अनुरोध किया गया है। थर्मल के लिए बिहार राज्य विद्युत
बोर्ड को प्रस्ताव देने का सुझाव दिया गया है। कैमूर में 345 मेगावाट
क्षमता की सिनाफदर पम्प स्टोरेज स्कीम को लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं हो सकी
है। राज्य सरकार ने इसको केन्द्र के पाले में डाल दिया है। इसके साथ ही
बिहार राज्य जल विद्युत निगम ने पम्प स्टोरेज की सभी स्कीम को मूर्त रूप
देने के लिए निवेशकों से संपर्क साधा है। इसमें विदेशी निवेशकों ने रुचि
भी दिखाई है, किन्तु केन्द्र व राज्य के बीच मामला फंसा है। पंप स्टोरेज
स्कीम में हथियादह -दुर्गावती 1600 मेगावाट, तेलहरकुंड 400 मे,पंचगोटिया
225 मे. व सिनाफदर 400 मेगावाट क्षमता की परियोजना है। इन परियोजनाओं से
मात्र छह घंटे बिजली मिलेगी। इसकी बिजली ऐसे समय में प्राप्त होगी जब अधिक
मांग होती है।