टांडा
[रामपुर]। हाईस्कूल की मैरिट में पहला स्थान पाने वाली नीरज चौहान पहले से
ही एमए पास है। उसने अध्यापक भाई के सहारे शिक्षा विभाग को धोखा देकर
दोबारा हाईस्कूल कर लिया। मामला खुलने के बाद से छात्रा गांव से गायब है।
इस बार यूपी बोर्ड हाईस्कूल की मैरिट में गांव चन्दुपुरा की नीरज
चौहान ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। आज जब उसकी फोटो छपी तो गांव समेत
क्षेत्र के लोग दंग रह गए, क्योंकि छात्रा तो पहले ही हाईस्कूल कर चुकी
है। जब लोगों से इसकी जानकारी मिली तो संवाददाता ने इसकी जांच की तो पता
चला छात्रा तो एमए पास है। उसने जिस विद्यालय से हाईस्कूल किया है, उसमें
उसका भाई अध्यापक है। छात्रा वर्ष 96-97 में हाईस्कूल और 98-99 में गांधी
इंटर कालेज दढि़याल से इंटर कर चुकी है। इंटर की परीक्षा में इनका रोल
नंबर 1030564 था तथा वर्ष 2002 में उसने बीए एवं वर्ष 2007 में
समाजशास्त्र विषय से गोकुल दास डिग्री कालेज मुरादाबाद से एमए किया है।
भाई के साथ मिलकर उसने शिक्षा विभाग को यह धोखा दिया कि कक्षा आठ की
मार्कशीट पर विद्यालय में दाखिला लिया और हाईस्कूल की परीक्षा के लिए पुन:
रजिस्ट्रेशन करा लिया। बाद में परीक्षा दे डाली और जिले में पहला स्थान
हासिल कर लिया। जब फोटो अखबारों में छपा तो सारा मामला खुल गया। उसका
विवाह भी हो चुका है। मीडिया की नजरों से बचाने के लिए उसके परिजनों ने
उसे कहीं बाहर भेज दिया है ताकि पोल न खुल जाए। गांव में छात्रा के
सहयोगियों का कहना है कि छात्रा ने उसके साथ इंटर पास किया था। भाजयुमो के
जिलाध्यक्ष रह चुके गांव निवासी अश्विनी सिंह चौहान ने बताया कि नीरज एमए
कर चुकी है।
गौरतलब है कि बीटीसी में मैरिट की व्यवस्था होने से कई छात्र उम्र
घटाकर हाईस्कूल कर रहे हैं। उन्होंने ऐसे कालेजों में सेटिंग की है,
जिसमें नंबर अधिक आ सके। नीरज का मामला तो पकड़ में आ गया। लोगों की माने
तो ऐसे तमाम युवा हैं जो उम्र घटाकर दोबारा से हाईस्कूल से पढ़ाई कर रहे
हैं।
इस संबंध में जिला विद्यालय निरीक्षक एसपी सिंह त्यागी का कहना है कि
उनकी जानकारी में यह पहला मामला आया है, वह पता करेंगे ऐसे में बोर्ड के
क्या नियम हैं और क्या कार्रवाई हो सकती है।