लखनऊ, 31 मई: बेसिक शिक्षा नीति के अनुसार
नियुक्ति समेत कई अन्य मांगों को लेकर विधान भवन घेरने जा रहे मध्याह्न
भोजन रसोइयां मजदूरों पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया। आधा दर्जन रसोइयां
मजदूर घायल हो गए। विरोध में रसोइयों ने पुलिस पर चप्पलें फेंकीं व पथराव
किया, जिसमें एक महिला होमगार्ड व एक पुलिसकर्मी चोटिल हो गए हैं। छह
मजदूरों को गिरफ्तार भी किया गया, जिन्हें बाद में निजी मुचलके पर रिहा कर
दिया गया।
मध्याह्न भोजन रसोइयां मजदूर कल्याण समिति और लोक मोर्चा के बैनर तले
बडड़ संख्या में रसोइयां मजदूर शहीद स्मारक पर एकत्र हुए। मांगें पूरी न
होने से क्षुब्ध रसोइयां मजदूर मोर्चा संयोजक डा.केके त्रिपाठी के नेतृत्व
में विधान भवन घेरने चल दिये। पुलिस ने बैरीकेडिंग कर रसोइयां मजदूरों को
रोकने का प्रयास किया। न मानने पर पुलिस ने पानी की तेज धार छोड़ी। विरोध
में रसोइयां मजदूरों ने पुलिस पर चप्पल फेंकीं व पथराव कर दिया। जवाब में
पुलिस ने लाठियां भांजी, जिसमें शीला देवी, सुनीता, राम कुंवर तिवारी,
नेहा लाल जायसवाल, जय प्रकाश और कल्प प्रजापित घायल हो गए। रसोइयां
मजदूरों द्वारा पुलिस पर पथराव किये जाने से महिला होमगार्ड दीपमाला व
पुलिसकर्मी जीवनबंधन राम को भी चोट आयी है। श्री त्रिपाठी ने बताया कि
मांगों के निराकरण को लेकर प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री को सम्बोधित ज्ञापन
जिला प्रशासन को सौंपा गया है, जिसमें प्रशासन ने 15 दिन में मांगों का
निराकरण कराने का आश्वासन दिया है। इसमें प्रशासन ने छह रसोइयां मजदूरों
को गिरफ्तार किया है, जिसमें मोर्चा संयोजक डा. केकेत्रिपाठी, समिति की
अध्यक्ष कन्यावती वर्मा के अलावा राम बाबू, डीपीमिश्रा, महेंद्र और आशीष
श्रीवास्तव शामिल है।
धरना तीन से : बिजली पानी की समस्या को लेकर भारतीय जनता पार्टी की
महानगर इकाई तीन जून से11 जून तक विधान सभा स्तर धरना देगी। भाजपा के नगर
महामंत्री मान सिंह ने बताया कि इसमें तीन को पूर्व विधान सभा, चार को
पश्चिम, पांच को मध्य, नौ को कैंट, 10 को उत्तर और 11 को सरोजनी विधान सभा
का धरना होगा। श्री सिंह ने बताया कि धरने में बसपा सरकार के विरुद्ध
जनहित के मुद्दों को उठाया जाएगा।