जागरण प्रतिनिधि, नालागढ़ : केंद्रीय इस्पात
मंत्री वीरभद्र सिंह ने कहा कि धूमल सरकार हिमाचल को शिक्षा का बाजार
बनाने पर तुली है और इसी के चलते शिक्षण संस्थान मात्र टीचिंग शाप बन गए
हैं। वीरभद्र सिंह शनिवार को नालागढ़ में इंटक की राज्य स्तरीय रैली को
संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार यहां पर धड़ाधड़ खुल रहे विश्वविद्यालयों
पर श्वेत पत्र जारी करे ताकि जनता इनकी असलियत जान सके। उन्होंने धूमल
सरकार को हिमाचली हितों की रक्षा कर पाने में विफल करार दिया। उन्होंने
कहा कि प्रदेश में 18 विवि खुलने जा रहे हैं और सरकार को चाहिए कि पूरी
छानबीन के बाद ही संस्थान खोलने की स्वीकृति प्रदान करे।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि उद्योगों में ठेकेदारी प्रथा हावी है और
उद्योगों में 70 फीसदी हिमाचलियों को रोजगार के कानून की धज्जियां उड़ाई जा
रही हैं। कामगारों को न्यूनतम वेतन भी नहीं मिल रहा और सरकार के महकमे
श्रमिकों के हितों की रक्षा करने की बजाय उद्योगपतियों के हिमायती बने हुए
हैं।
वीरभद्र सिंह ने कहा कि धूमल सरकार के कार्यकाल में क्षेत्रवाद,
भाई-भतीजावाद व भ्रष्टाचार का ही बोलबाला है। सरकार की न तो नीति साफ है,
न ही नियत और सरकार लक्ष्यहीन होकर लड़खड़ाते हुए चल रही है। पूर्व कांग्रेस
सरकार ने प्रदेश का समान विकास करवाया, लेकिन धूमल ने सत्ता में आते ही
कभी टोपी की राजनीति की तो कभी ऊपर-नीचे की। उन्होंने जात-पात व धर्म के
नाम पर जनता को बांट दिया है और ऐसी सरकार कभी भी लोगों की हिमायती नहीं
हो सकती। सिंह ने कहा कि प्रदेश सरकार केंद्र पर सौतेले व्यवहार का आरोप
लगा रही है और दूसरी तरफ विशेष श्रेणी दर्जा मांग रही है। प्रदेश की सरकार
पहले ही केंद्र की बैसाखियों के सहारे चल रही है और शायद धूमल को यह नहीं
पता कि हिमाचल को पहले ही विशेष श्रेणी दर्जा प्राप्त है। प्रदेश सरकार
औद्योगिक पैकेज बढ़ाने का सिर्फ हल्ला कर रही है, जबकि वह प्रधानमंत्री व
सोनिया गांधी से मिलकर इस बारे में बातचीत कर चुके हैं।
प्रदेश के मुख्यमंत्री के कारण ही यह पैकेज हिला है, यदि यहां की सरकार
पैकेज को 2020 तक करने की मांग न करती तो ऐसा न होता। इसके चलते गुजरात व
पंजाब की सरकारों ने हिमाचल के पैकेज का विरोध किया। इस अवसर पर इंटक के
राष्ट्रीय अध्यक्ष जी संजीव रैड्डी, श्रम बोर्ड के अध्यक्ष अशोक सिंह,
पूर्व मंत्री रामलाल ठाकुर, रंगीलाराम राव, गंगुराम मुसाफिर, मुकेश
अग्निहोत्री, सुधीर शर्मा, नीरज भारती, इंटक के प्रदेशाध्यक्ष हरदीप सिंह
सहित अन्य उपस्थित थे।