बच्चों का बचपन किसी भी कीमत पर न छिने इसके लिए सरकार अब
नन्हे-मुन्ने हाथों में किताबें और कलम देखना चाहती है। इसके लिए
प्रशासनिक स्तर पर एक अभियान शुरू किया जा रहा है। प्रदेश स्तर पर चलने
वाले इस अभियान के तहत 28 मई से 12 जून तक हर ढाबा, दुकान तथा उद्योगों की
जांच की जाएगी। यदि किसी भी जगह बाल श्रमिक काम करते मिलते हैं तो उद्यमी
दुकानदार के खिलाफ कड़ा नोटिस लिया जाएगा।
इस अभियान के तहत जिला पानीपत में भी व्यापक अभियान छेड़ा जा रहा है।
पानीपत में इस अभियान को सफल बनाने के लिए नौ टीमें गठित की गई हैं। जिला
उपायुक्त विजय सिंह दहिया स्वयं इसमें रुचि ले रहे हैं। इस अभियान की
बागडोर अतिरिक्त उपायुक्त अशोक बिश्नोई को सौंपी गई है। इसके लिए नौ टीमों
का गठन किया है। हर टीम का नेतृत्व अलग-अलग अधिकारियों को सौंपा गया है।
इन अधिकारियों में एसडीएम, तहसीलदार, जीएम रोडवेज का शामिल किया गया है।
28 मई को ये टीमें जांच अभियान शुरू कर देंगी। इस संदर्भ में डिप्टी
लेबर कमिश्नर अजय बत्रा का कहना है कि जिले में बाल श्रम नहीं होने दिया
जाएगा। उपायुक्त के दिशा-निर्देश पर सभी टीमें 12 जून तक जांच करेंगी। वे
भी सीधे टीमों के संपर्क में रहेंगे। इन टीमें में पुलिस व एक्साइज विभाग
के अधिकारियों को भी शामिल किया गया है।