राउरकेला। सुंदरगढ़ जिले में स्थित औद्योगिक
इकाइयों में दुर्घटनाएं बढ़ती जा रही हैं। इस पखवाड़े काम के दौरान
दुर्घटना में 5 श्रमिकों की मौत एवं 15 से अधिक घायल हुए हैं। श्रमिक नेता
इसके लिए प्रबंधन व फैक्ट्री एंड ब्रायलर विभाग को जिम्मेदार ठहरा रहे
हैं, वहीं प्रबंधन व सुरक्षा विभाग अधिकारी व्यक्तिगत भूल के कारण
दुर्घटना होने की बात कह रहे हैं। सुरक्षा की अनदेखी करने वाले संयंत्रों
के खिलाफ मुकदमा कर कार्रवाई भी की जा रही है।
गौरतलब है कि 7 मई को कलुंगा स्थित जिंदल फर्नेस में पोकलेन द्वारा
दीवार ढहाने के दौरान उसकी चपेट में आकर बसंत पासवान नामक युवक की मौत
हुई। 12 मई को गायत्री मंदिर के निकट ट्रांसफार्मर मरम्मत के दौरान करंट
लगने से घायल आरएसपी टाउन इंजीनियरिंग विभाग अंतर्गत आरके इंटरप्राइजेज के
ठेका श्रमिक राजू माझी घायल हो गया एवं आईजीएच में इलाज के दौरान 16 मई को
मौत हो गई। कुआरमुंडा स्थित आधुनिक मेटालिक में 14 मई को गैस की चपेट में
आने से सात श्रमिक झुलसे थे एवं उन्हें इलाज के लिए आईजीएच लाया गया। 14
मई को ही एनआईटी में भवन निर्माण के दौरान तीसरी मंजिल से गिरकर महिला
श्रमिक कनक नायक की मौत हुई। 20 मई को बलंडा स्थित तारिणी इंटरप्राइजेज
में एक्सटेंसन का काम कर रहे साइं इंजीनियरिंग के वेल्डर 25 वर्षीय अली
शेख की करंट लगने से मौत हुई। 20 मई को ही आधुनिक मेटालिक में भारी वाहन
की चपेट में आने से चालक आमद राजोर की मौत हो गई। 23 मई को आधुनिक मेटालिक
के एसएमएस के फर्नेस में हुई दुर्घटना में सुपवाइजर समेत सात श्रमिक झुलस
गये जिसमें से दो की हालत गंभीर है।
सीटू के जिला महासचिव विमान माइती व सुंदरगढ़ मजदूर संघ के महासचिव
एनसी महंती इसके लिए संयंत्र प्रबंधन और फैक्ट्री एंड ब्रायलर विभाग को
जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। विभाग को सुरक्षा के प्रति जिस तरह की सावधानी
बरती जानी चाहिए वैसा नहीं हो रहा है। सुरक्षा अधिकारी योग्य एवं दक्ष
नहीं हैं। वहीं फैक्ट्री एंड ब्रायलर इंस्पेक्टर पी बेहरा का कहना है कि
दुर्घटनाएं व्यक्तिगत गलती के कारण हो रही हैं। जहां कहीं भी सुरक्षा
खामियां देखी जा रही है वहां संयंत्र प्रबंधन के खिलाफ मामला दर्ज कर
कार्रवाई की जा रही है।