नई
दिल्ली। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने आसमान छूती महंगाई पर काबू पा लेने
का विश्वास व्यक्त करते हुए सोमवार को कहा कि दिसंबर तक मुद्रास्फीति की
दर घटकर 5 से 6 प्रतिशत के दायरे में रह जाएगी।
प्रधानमंत्री ने अंतरराष्ट्रीय बाजार में पेट्रोलियम पदार्थो की
कीमतों में आई तेजी और देश के विभिन्न भागों में समय-समय पर आई बाढ़ तथा
मौसम की मार को कीमतों में तेजी की वजह बताया। उन्होंने विश्वास व्यक्त
किया कि दिसंबर तक मुद्रास्फीति की दर घटकर 5 से 6 प्रतिशत रह जाएगी।
संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन [संप्रग] सरकार की दूसरी पारी की पहली
वर्षगांठ के मौके पर आयोजित संवाददाता सम्मेलन में प्रधानमंत्री ने महंगाई
पर पूछे गए सवाल पर कहा कि वर्ष 2008 के आर्थिक संकट से दुनियाभर की
अर्थव्यवस्थाओं में गिरावट रही, लेकिन भारतीय अर्थव्यवस्था संकट के इस दौर
में भी मजबूती से आगे बढ़ती रही।
उन्होंने कहा कि महंगाई से आम आदमी पर बोझ बढ़ा है, यह चिंता की बात
रही है, लेकिन सरकार ने इस दिशा में कई कदम उठाए हैं और उनका विश्वास है
कि अक्टूबर दिसंबर तक महंगाई की दर में गिरावट आएगी और दिसंबर तक यह घटकर
5 से 6 प्रतिशत के दायरे में रह जाएगी।
उल्लेखनीय है कि अप्रैल में थोक मूल्य सूचकांक पर आधारित मुद्रास्फीति
की दर 9.59 प्रतिशत रही थी, इससे पहले मार्च में यह 9.90 प्रतिशत की ऊंचाई
पर दर्ज की गई थी। हालांकि संशोधित आंकड़ों में यह 10 प्रतिशत के पार निकल
गई थी। अब प्रधानमंत्री ने भरोसा जताया है कि इस साल के अंत तक यह 5 से 6
प्रतिशत के दायरे में रह जाएगी।