नई
दिल्ली [अरविंद चतुर्वेदी]। हम नहीं कह रहे हैं। यह चीन के जनसंख्या और
विकास शोध केंद्र के महानिदेशक की चिंता है। चीन के मुख-पत्र पीपुल्स डेली
में प्रकाशित खबर में महानिदेशक जियांग वीपिंग के हवाले से कहा गया है कि
साल 2050 तक चीन का हर चौथा व्यक्ति 65 साल से अधिक उम्र का हो जाएगा। अब
हम यह कह रहे हैं कि इस स्थिति में उस समय हिंदुस्तान चीन से ज्यादा युवा
देश होगा। यानी हमारे यहां चीन से ज्यादा युवा लोग होंगे, जिनका हमारी
अर्थव्यवस्था और महाशक्ति बनने में सकारात्मक योगदान होगा।
इसके उलट अभी अपने उत्पादक आबादी आयु वर्ग वाले बड़े तबके के दम पर
विकास की कुलांचे लगाने वाले चीन में बुढ़ाती आबादी के चलते 2050 तक ऐसे
परिवारों की संख्या बढ़ जाएगी जिसमें पति-पत्नी दोनों बुजुर्ग हो चुके
होंगे। परिवार के आकार, ताना-बाना और रहने के प्रबंधन में आए आमूलचूल
बदलाव से अर्थव्यवस्था पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। खपत के ढांचे में
असंतुलन पैदा हो सकता है। उम्र दराज लोगों की सुरक्षा और स्वास्थ्य पर
ज्यादा खर्च करना पड़ सकता है। कहने का आशय यह कि श्रम शक्ति की किल्लत, कम
उत्पादकता, आसमान छूते स्वास्थ्य खर्च से विकास की गति धीमी पड़ सकती है।
चीन की मौजूदा आबादी 1.33 अरब है। 2050 में चीन की 1.45 अरब की आबादी
अपने शीर्ष पर होगी। उत्तरोत्तर इस आबादी में ढलान शुरू होगा। देश की
परिवार नियोजन नीतियों के चलते पिछले तीन दशकों के दौरान जनसंख्या में 40
करोड़ की वृद्धि पर रोक लगाई जा चुकी है। वहां अभी प्रजनन दर 1.8 है।
जियांग के अनुसार 2050 तक चीन की कुल जनसंख्या में से 35 करोड़ लोग 65 साल
से ज्यादा की आयु के हो जाएंगे। यानी करीब 25 फीसदी चीनी नागरिक 65 से ऊपर
की आयु के होंगे।
अभी हमारे देश में साठ साल से ज्यादा की आबादी का प्रतिशत 7.5 है। जून
2009 में अमेरिकी सेंसस ब्यूरो की एक रिपोर्ट की मुताबिक भारत और चीन में
65 साल से ज्यादा आयु के लोगों की वर्तमान आबादी क्रमश: 6.2 और 10.9 करोड़
है। साल 2050 तक यह आबादी बढ़कर क्रमश: 24 करोड़ और 35 करोड़ हो जाएगी। यानी
चीन में हमसे 11 करोड़ ज्यादा लोग 65 साल से ऊपर की आयु के होंगे। संयुक्त
राष्ट्र के एक अध्ययन के मुताबिक 2050 तक 1.59 अरब की कुल आबादी के साथ
भारत चीन को पीछे छोड़ देगा। इन दोनों अध्ययनों की आपस में तुलना करने पर
स्पष्ट हो जाता है कि 2050 तक सबसे ज्यादा आबादी वाला देश भारत होगा लेकिन
यहां 65 साल से ऊपर की आयु के लोग चीन से कम होंगे। जाहिर है कि शेष आबादी
यानी 65 साल से कम भारतीय आबादी इसी आयु वर्ग में चीनियों की आबादी से
अधिक होगी।