लखनऊ। एंटी करप्शन ब्यूरो लखनऊ की टीम ने
यूनिवर्सल हेल्थ इंश्योरेंस स्कीम के तहत बीपीएल परिवारों के नाम पर लाखों
का चूना लगाने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है। फैसिलिटेटर कम्पनी के साथ
कई डाक्टर भी सीबीआई के घेरे में हैं। एंटी करप्शन ब्यूरो की दो टीमों ने
मंगलवार को वाराणसी व लखनऊ में एक साथ छापा मारकर इस स्कीम की फैसिलिटेटर
कम्पनी मेसर्स एमडी इंडिया हेल्थ केयर सर्विसेज के फर्जीवाड़े का पता लगाया
है।
सीबीआई सूत्रों के अनुसार करीब आठ माह पहले शुरू की गई यूनिवर्सल
हेल्थ इंश्योरेंस स्कीम में बीपीएल (बिलो पावरटी लाइन) फैमिली के मेंबर को
सालाना 100 रुपये जमा करने होते हैं। सेंट्रल गवर्नमेंट उसके लिए 300
रुपये जमा करती है। इसके एवज में मेम्बर सालाना 30,000 रुपये तक का
मेडिक्लेम रिएंबर्स करवा सकता है। सीबीआई को पता चला कि इस स्कीम में कुछ
लोग फर्जीवाड़ा कर भुगतान करवा रहे हैं। इस सूचना पर सीबीआई ने इंश्योरेंस
कम्पनी के कुछ सीनियर अधिकारियों को दिल्ली से बुलाया और मेसर्स एमडी
इंडिया हेल्थ केयर सर्विसेज के वाराणसी और लखनऊ के हजरतगंज स्थित कार्यालय
पर छापा मारा। सीबीआई को 103 ऐसे एकाउंट मिले जिनमें फर्जी तरीके से रुपये
का भुगतान कराया गया। सीबीआई सूत्रों के अनुसार जांच अभी जारी है। कई और
मामले सामने आने की उम्मीद है। इस रैकेट में सिर्फ एजेंट ही नहीं भुगतान
दिलवाने के लिए जरुरी मेडिकल सार्टिफिकेट बनाने वाले डाक्टरों से भी
पूछताछ की जाएगी।