पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के विकास के
दावों को खारिज करते हुए करीब आठ घंटे तक चली किसान की महापंचायत में
उपस्थित विभिन्न दलों के दिग्गज नेताओं ने रविवार को प्रदेश में किसी भी
कीमत पर बटाईदारी कानून बनने नहीं देने का संकल्प लिया। इन नेताओं ने कहा
कि बटाईदारी कानून लागू हुआ तो सूबे में वर्षो से जमीन मालिक और बटाईदारों
के बीच चला आ रहा सामाजिक सौहार्द का वातावरण समाप्त हो जायेगा और पूरे
प्रदेश में एक बार फिर से तनाव पैदा हो जाएगा, जिससे किसी का भला नहीं
होगा। कड़ी धूप के बावजूद किसान महापंचायत दिन में एक बजे शुरू हुई और इनके
नेताओं का भाषण शाम साढ़े सात बजे के बाद तक चलता रहा।
महापंचायत के आयोजन से सत्ताधारी दल जदयू के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एवं
सांसद राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह और पूर्व सांसद प्रभुनाथ सिंह के जुड़े
रहने के कारण इसे नीतीश सरकार के खिलाफ विक्षुब्धों का शक्ति प्रदर्शन भी
माना जा रहा है। ललन सिंह ने कहा कि बटाईदारी कानून किसानों के लिए
आत्मघाती होगा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सचिवालय के एक बड़े अधिकारी ने
उन्हें लोकसभा चुनाव हराने में पूरा जोर लगा दिया था। तब भी उन्होंने किसी
से कुछ नहीं कहा। पार्टी से इस्तीफा नहीं दिया। परन्तु, जब मैंने देखा कि
यह सरकार बटाईदारी कानून लागू करना चाहती है, मैंने तुरंत पार्टी के
प्रदेश अध्यक्ष का पद छोड़ दिया। किसानों के हित में मैं अंतिम सांस तक
लड़ता रहूंगा। मुख्यमंत्री विकास का दावा कर रहे हैं, परन्तु इनका यह दावा
मीडिया की रिपोर्टो में ही सच दिखेगा, जमीनी हकीकत कुछ और है। उन्होंने
कहा कि नीतीश सरकार ने मीडिया पर अघोषित सेंसरशिप लगा रखा है। महांपचायत
को संबोधित करते हुए राजद नेता अखिलेश सिंह ने कहा कि सरकार विकास का दावा
कर रही है। परन्तु यह कैसा विकास है कि सूबे में गरीबी की संख्या लगातार
बढ़ती जा रही है। उन्होंने कहा कि जिस बटाईदारी कानून को सरकार लागू करना
चाहती है, उससे कुछ हासिल नहीं होगा। केवल सामाजिक तनाव बढ़ेगा। महापंचायत
में प्रमुख वक्ता के रूप में उपस्थित जदयू के वरिष्ठ नेता रह चुके
निर्दलीय सांसद दिग्विजय सिंह ने भी सरकार के विकास के दावों को खारिज
किया। उन्होंने कहा कि विकास का कोई कार्य सरजमीन पर दिखाई नहीं दे रहा
है। केवल भ्रम फैलाया जा रहा है।
महापंचायत को संबोधित करते हुये पूर्व केन्द्रीय मंत्री दिग्विजय सिंह
ने कहा कि देश की सीमा पर तैनात सेना के जवानों तक को अपनी जमीन खाने का
खतरा पैदा हो गया है। ऐसे जवानों का एक प्रतिनिधिमंडल हाल ही पटना आकर
नेताओं से मिला भी था।
महापंचायत को लोजपा नेता व पूर्व संासद सूरज भान सिंह,आरिफ मोहम्मद
खां, देवेंद्र सिंह आदि ने भी संबोधित किया। जदयू नेता शिवानंद तिवारी के
पुत्र मंटू तिवारी, जदयू विधायक रामप्रवेश राय, जदयू विधान पार्षद सलीम
परवेज, राजद विधायक फुलेना सिंह, बल्लू देव, निर्दलीय विधायक किशोर कुमार
मुन्ना एवं विजेंद्र चौधरी सहित विभिन्न दलों से जुड़े अनेक नेता कार्यक्रम
में उपस्थित हुए।