पटना विभिन्न दलों से जुड़े नेताओं ने किसान
महापंचायत को जनसमर्थन मिलने का दावा किया है, जबकि जदयू नेताओं ने इसे
फ्लाप करार दिया है।
पूर्व मंत्री राघवेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि किसान महापंचायत किसान
विरोधी नीतियों के खिलाफ शंखनाद है। अब यह स्पष्ट हो गया कि समाज को तोड़ने
वालों को जनता बर्दाश्त नहीं करेगी। बिहार यूथ फ्रंट के अध्यक्ष शंकर पटेल
और राजद नेता शशि भूषण पांडेय,लोजपा नेता मनोज शुक्ला और जदयू नेता
व्यंकटेश शर्मा उर्फ डब्लयू और राजद नेता ज्ञानचंद पांडेय ने कहा कि किसान
महापंचायत में जुटी भीड़ बहुत कुछ कह गयी। इसका सीधा असर आगामी विधानसभा
चुनाव पर पड़ेगा।
दूसरी ओर जदयू प्रदेश अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी ने किसान पंचायत को
फ्लाप शो कहा है। उन्होंने कहा कि किसान पंचायत के नेता शुरू से लेकर अंत
तक कनफ्यूज्ड रहे। श्री चौधरी ने कहा कि यह अपने किस्म की पहली रैली थी
जिसके आयोजन को लेकर कोई मुद्दा ही नहीं था। जदयू के प्रदेश प्रवक्ता अनिल
पाठक और निरंजन कुमार पप्पू ने कहा कि प्रदेश के किसानों ने महापंचायत को
नकार दिया। आयोजन पूरी तरह से फ्लाप रहा है। यह राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद
द्वारा आयोजित कार्यक्रम था। बिहार राज्य नागरिक परिषद के उपाध्यक्ष भोला
प्रसाद सिंह ने कहा कि विक्षुब्ध नेताओं का यह कार्यक्रम ‘खोदा पहाड़,
निकली चूहिया’ साबित हुआ। इसमें भ्रष्टाचारीं, अपराधी, रंगदार एवं
राजनीतिक उचक्कों का जमावड़ा था। जदयू नेता सुरेंद्र कुमार स्वतंत्र ने भी
महापंचायत को फ्लाप करार दिया है।