अमेरिकी
कृषि विभाग (यूएसडीए) ने एक रिपोर्ट में कहा है कि भारत में वर्ष 2010-11
में गेहूँ की खरीद 20 से 30 लाख टन घटने की उम्मीद है जो पिछले वर्ष 2.54
करोड़ टन के रिकार्ड स्तर पर पहुँच गई थी। यूएसडीए
ने कहा है, ‘वर्ष 2010-11 के पूरे विपणन वर्ष (अप्रैल.मार्च) के दौरान
खरीद अब वर्ष 2009-10 के 2.54 करोड़ टन से 20 से 30 लाख टन कम रहने की
उम्मीद है जो उत्पादन की कमी को दर्शाता है।’ यूएसडीए
ने भारत का गेहूँ उत्पादन इस वर्ष 7.9 करोड़ टन रहने का अनुमान व्यक्त
किया है जो पिछले वर्ष आठ करोड़ 06 लाख टन के रिकार्ड स्तर पर था। गेहूँ
उत्पादन में गिरावट का कारण मार्च के दौरान तापमान में पर्याप्त वृद्धि
होना है जिसने फसल के उपयुक्त विकास को प्रभावित किया जिससे उपज की
संभावना में कमी आई है। पिछले
सप्ताह खाद्य एवं कृषि मंत्री शरद पवार ने कहा था कि चालू विपणन सत्र में
गेहूँ की खरीद 2.45 से 2.5 करोड़ टन रहेगी। तथापि प्रदेश सरकारों ने 2.62
करोड़ टन गेहूँ खरीद करने का लक्ष्य रखा है। (भाषा)
कृषि विभाग (यूएसडीए) ने एक रिपोर्ट में कहा है कि भारत में वर्ष 2010-11
में गेहूँ की खरीद 20 से 30 लाख टन घटने की उम्मीद है जो पिछले वर्ष 2.54
करोड़ टन के रिकार्ड स्तर पर पहुँच गई थी। यूएसडीए
ने कहा है, ‘वर्ष 2010-11 के पूरे विपणन वर्ष (अप्रैल.मार्च) के दौरान
खरीद अब वर्ष 2009-10 के 2.54 करोड़ टन से 20 से 30 लाख टन कम रहने की
उम्मीद है जो उत्पादन की कमी को दर्शाता है।’ यूएसडीए
ने भारत का गेहूँ उत्पादन इस वर्ष 7.9 करोड़ टन रहने का अनुमान व्यक्त
किया है जो पिछले वर्ष आठ करोड़ 06 लाख टन के रिकार्ड स्तर पर था। गेहूँ
उत्पादन में गिरावट का कारण मार्च के दौरान तापमान में पर्याप्त वृद्धि
होना है जिसने फसल के उपयुक्त विकास को प्रभावित किया जिससे उपज की
संभावना में कमी आई है। पिछले
सप्ताह खाद्य एवं कृषि मंत्री शरद पवार ने कहा था कि चालू विपणन सत्र में
गेहूँ की खरीद 2.45 से 2.5 करोड़ टन रहेगी। तथापि प्रदेश सरकारों ने 2.62
करोड़ टन गेहूँ खरीद करने का लक्ष्य रखा है। (भाषा)