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दिल्ली [जागरण ब्यूरो]। देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक ने देश के
किसानों को राहत देते हुए उन्हें सस्ते कर्ज की सौगात दी है। इस वर्ष पूरे
रबी और खरीफ मौसम के लिए बैंक ने कृषि कर्ज पर अपनी स्कीमों के तहत ब्याज
दरों में 2.75 फीसदी तक की कमी करने का ऐलान किया है। इसके साथ ही छोटी
सिंचाई योजनाओं के लिए होमलोन की टीजर स्कीमों जैसी ही एक नई स्कीम लांच
की है जिसमें पहले तीन वर्षो तक ब्याज की दरें फिक्स्ड होंगी।
बैंक ने समय पर कर्ज देने वाले किसानों को कर्ज की दरों में एक फीसदी की अतिरिक्त छूट देने की घोषणा भी की है।
एसबीआई की तरफ से बताया गया है कि नई छोटी सिंचाई योजनाओं के तहत 25
लाख रुपये तक के कर्ज पर पहले वर्ष के दौरान केवल 8.5 फीसदी की दर से
ब्याज देना होगा। दूसरे और तीसरे वर्ष के लिए ब्याज की दर 9.5 फीसदी होगी।
अभी इन योजनाओं पर ब्याज की दरें 10.50 फीसदी से लेकर 13.25 फीसदी के बीच
है।
इस तरह से देखा जाए तो ग्राहकों को पहले वर्ष में 4.75 फीसदी तक की
छूट मिलेगी। इसी तरह से तीन लाख रुपये से लेकर पच्चीस लाख रुपये तक की फसल
कर्ज की स्कीमों पर ब्याज की दरों को मौजूदा 11.75 से लेकर 12.75 फीसदी से
घटाकर पहले वर्ष के लिए 10 फीसदी [फिक्स्ड] किया गया है। तीन लाख रुपये तक
के फसल कर्ज के लिए ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया गया है क्योंकि यह
सात फीसदी सालाना पर उपलब्ध है। केंद्र सरकार की योजना के मुताबिक वक्त पर
कर्ज चुकाने वालों को ब्याज दरों में एक फीसदी की अतिरिक्त छूट भी मिलेगी।
इस तरह से किसानों को तीन लाख रुपये तक के फसल कर्ज पांच फीसदी ब्याज पर
देने की व्यवस्था है।
बैंक की तरफ से बताया गया है कि इस नई कृषि ऋण स्कीम का फायदा किसान
आगामी खरीफ फसलों के अलावा रबी की फसलों के लिए भी उठा सकते हैं। छोटी
सिंचाई योजनाओं के बारे में बैंक ने बताया है कि रियायती दरों का फायदा
उन्हें मिलेगा जिनके कर्ज प्रस्ताव एक अप्रैल, 2010 से 31 मार्च, 2011 के
बीच मंजूर किए गए हों। साथ ही बैंक ने इन स्कीमों पर मार्जिन मनी की
आवश्यकता भी मौजूदा 15 से 25 फीसदी से घटाकर 10 फीसदी कर दी है।