जयपुर, जासंके: महंगाई से जूझ रहे लोगों को अब राशन की दुकानों पर भी झटका
लगेगा। राज्य सरकार ने राशन दुकानों पर मिलने वाले गेहूं की कीमतों में 20
पैसे प्रतिकिलों की वृद्धि कर दी है। राशन विक्रेताओं के कमीशन में वृद्धि
का भार समायोजित करने के लिए सरकार ने ऐसा किया है। राज्य में वर्तमान में
करीब एक करोड़ 18 लाख एपीएल परिवार हैं। राशन दुकानों पर 6.80 रुपए प्रति
किलो की दर से गेहूं बिक्री होती है। जबकि बाजार में गेहूं का भाव 14 से
16 रुपये प्रतिकिलो है। प्रत्येक परिवार को दस किलो गेहूं प्रतिमाह मिलता
है। सूत्रों के अनुसार हाल ही में राशन विक्रेताओं ने सरकार पर दबाव बनाया
था कि उनका कमीशन बढ़ाया जाए। राशन विक्रेताओं की मांग को देखते हुए सरकार
ने अब कमीशन बढ़ोतरी को मंजूरी दे दी है। थोक राशन विक्रेताओं को अब पांच
रुपए की जगह दस रूपए प्रति क्विंटल और खुदरा राशन विक्रेताओं को आठ रुपए
की जगह 20 रूपए प्रति क्विंटल कमीशन मिलेगा। कमीशन बढ़ोतरी से बढ़े राजस्व
भार को समायोजित करने के लिए एपीएल गेहूं की दर सात रुपये प्रति किलो कर
दी गई है। वैसे तो यह बढ़ोतरी मामूली लगती है लेकिन इसे समग्र रूप से देखा
जाए तो यह आंकड़ा प्रतिमाह लगभग दो करोड़ 36 लाख होता है। इधर खाद्य
मंत्री बाबूलाल नागर ने बताया कि एपीएल गेहूं की दरों में मामूली बढ़ोतरी
की गई है। उपभोक्ताओं को बाजार मूल्य से कम दर पर गेहूं उपलब्ध करवाने के
प्रयास किए जा रहे हैं।
लगेगा। राज्य सरकार ने राशन दुकानों पर मिलने वाले गेहूं की कीमतों में 20
पैसे प्रतिकिलों की वृद्धि कर दी है। राशन विक्रेताओं के कमीशन में वृद्धि
का भार समायोजित करने के लिए सरकार ने ऐसा किया है। राज्य में वर्तमान में
करीब एक करोड़ 18 लाख एपीएल परिवार हैं। राशन दुकानों पर 6.80 रुपए प्रति
किलो की दर से गेहूं बिक्री होती है। जबकि बाजार में गेहूं का भाव 14 से
16 रुपये प्रतिकिलो है। प्रत्येक परिवार को दस किलो गेहूं प्रतिमाह मिलता
है। सूत्रों के अनुसार हाल ही में राशन विक्रेताओं ने सरकार पर दबाव बनाया
था कि उनका कमीशन बढ़ाया जाए। राशन विक्रेताओं की मांग को देखते हुए सरकार
ने अब कमीशन बढ़ोतरी को मंजूरी दे दी है। थोक राशन विक्रेताओं को अब पांच
रुपए की जगह दस रूपए प्रति क्विंटल और खुदरा राशन विक्रेताओं को आठ रुपए
की जगह 20 रूपए प्रति क्विंटल कमीशन मिलेगा। कमीशन बढ़ोतरी से बढ़े राजस्व
भार को समायोजित करने के लिए एपीएल गेहूं की दर सात रुपये प्रति किलो कर
दी गई है। वैसे तो यह बढ़ोतरी मामूली लगती है लेकिन इसे समग्र रूप से देखा
जाए तो यह आंकड़ा प्रतिमाह लगभग दो करोड़ 36 लाख होता है। इधर खाद्य
मंत्री बाबूलाल नागर ने बताया कि एपीएल गेहूं की दरों में मामूली बढ़ोतरी
की गई है। उपभोक्ताओं को बाजार मूल्य से कम दर पर गेहूं उपलब्ध करवाने के
प्रयास किए जा रहे हैं।