मरकच्चो (कोडरमा)। सरकार के लाख कोशिशों के बाद भी मनरेगा के तहत मजदूरों
को रोजगार मुहैया नहीं हो पा रही है और योजनाओं में मशीनों का धड़ल्ले से
उपयोग किया जा रहा है। प्रखंड मुख्यालय मरकच्चो से मात्र 6-7 किमी की दूरी
पर पपलो पंचायत के ललकापानी में लगभग 1.73 लाख की लागत से योजना संख्या 1,
2009-10 मनरेगा द्वारा बन मिट्टी-मोरम सड़क का निर्माण किया जा रहा है।
उक्त सड़क निर्माण में जेसीबी तथा ट्रैक्टर से खुलेआम कार्य कराया जा रहा
है। मजे की बात यह है कि उक्त सड़क निर्माण में ठेकेदार के द्वारा मजदूर के
रूप में विद्यालय के चतुर्थ एवं पंचम वर्ग में अध्ययनरत अंबाडीह एवं
ललकापानी के छात्रों से काम कराये जाने का भी मामला प्रकाश में आया है। इस
संबंध में प्रखंड विकास पदाधिकारी मरकच्चो शशिंद्र कुमार बड़ाई से पूछे
जाने पर बताया कि जब इसकी जानकारी मुझे मिली तो त्वरित कार्रवाई करते हुए
योजना का पेमेंट रोक दिया गया है। योजना के पंचायत सेवक प्रेम पंडित से
पूछे जाने पर वे कुछ भी बताने से इंकार कर गए।
को रोजगार मुहैया नहीं हो पा रही है और योजनाओं में मशीनों का धड़ल्ले से
उपयोग किया जा रहा है। प्रखंड मुख्यालय मरकच्चो से मात्र 6-7 किमी की दूरी
पर पपलो पंचायत के ललकापानी में लगभग 1.73 लाख की लागत से योजना संख्या 1,
2009-10 मनरेगा द्वारा बन मिट्टी-मोरम सड़क का निर्माण किया जा रहा है।
उक्त सड़क निर्माण में जेसीबी तथा ट्रैक्टर से खुलेआम कार्य कराया जा रहा
है। मजे की बात यह है कि उक्त सड़क निर्माण में ठेकेदार के द्वारा मजदूर के
रूप में विद्यालय के चतुर्थ एवं पंचम वर्ग में अध्ययनरत अंबाडीह एवं
ललकापानी के छात्रों से काम कराये जाने का भी मामला प्रकाश में आया है। इस
संबंध में प्रखंड विकास पदाधिकारी मरकच्चो शशिंद्र कुमार बड़ाई से पूछे
जाने पर बताया कि जब इसकी जानकारी मुझे मिली तो त्वरित कार्रवाई करते हुए
योजना का पेमेंट रोक दिया गया है। योजना के पंचायत सेवक प्रेम पंडित से
पूछे जाने पर वे कुछ भी बताने से इंकार कर गए।