शटैंया पंचायत के प्रधान से ग्रामीण खौफजदा

संवाद सहयोगी, शिमला : शटैंया पंचायत के
ग्रामीणों ने रविवार को पंचायत प्रधान पर आरोप लगाया कि उसकी गुंडागर्दी
से गांव दहशत के माहौल में हैं। गांव के निवासी राजेंद्र वर्मा ने पंचायत
प्रधान अमर सिंह पर आरोप लगाया कि वह कई साल से अवैध रूप से खनन कर रहा
है। इससे ग्रामीणों की पानी की लाइन को भी नुकसान हो रहा है और पानी की
भारी किल्लत हो रही है। राजेंद्र के मुताबिक शनिवार को लोगों की पाइप
लाइनें प्रधान के अवैध खनन के कारण टूट गई और वे इस बारे में प्रधान से
बात करने के लिए मौके पर पहुंचे। लोगों ने जेसीबी के मालिक व प्रधान के
बेटे देवेंद्र को इस काम को रोकने के लिए कहा तो प्रधान कुछ लोगों के साथ
वहां पहुंचा और उसने ग्रामीणों पर तलवारों, डंडों और लोहे की रोड के साथ
हमला कर दिया। हमले में चार ग्रामीणों को गंभीर चोटें आई हैं, जो आईजीएमसी
में उपचाराधीन है। इसके बाद प्रधान अवैध खनन के लिए प्रयोग हो रही जेसीबी
को लेकर मौके से फरार हो गया। जानलेवा हमले करने के आरोप में ग्रामीणों ने
12 लोगों के खिलाफ पुलिस में मामला दर्ज करवाया है।

सुरक्षा कर्मियों में कार्यरत युवतियों पर सवाल

शटैंया पंचायत के लोगों का आरोप है कि प्रधान के द्वारा महासू पीक पर
सुरक्षा कर्मी के तौर पर तैनात की लड़कियों की आड़ में जिस्मफरोशी का धंधा
चल रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि महासू पीक पर शटैंया पंचायत ने कुछ
दिन पहले ही दस-बारह लड़कियों को तैनात किया है। यह लड़कियां देहा बलसन की
रहने वाली है। ठियोग पुलिस भी इस मामले की छानबीन कर रही है कि इन लड़कियों
का कहीं दुरुपयोग तो नहीं किया जा रहा है। ग्रामीणों के मुताबिक लड़कियों
का कहना है कि प्रधान ने यह कहकर उन्हें नौकरी पर रखा गया था कि उन्हें
सरकारी नौकरी मिलेगी लेकिन बाद में सब कुछ गलत निकला। ग्रामीणों ने सरकार
से मांग की है वह इस मामले में हस्तक्षेप कर गांव के लोगों को प्रधान के
अत्याचार से बचा सकती है। ठियोग पुलिस स्टेशन के प्रभारी सुखदेव सिंह ने
कहा है कि प्रधान की तलाश में पुलिस उसके घर भी गई थी, लेकिन वह वहां नहीं
था। सुरक्षाकर्मी के तौर पर कार्यरत लड़कियों की भूमिका के बारे में भी
पुलिस छानबीन कर रही है।

‘गुंडों के साथ मिलकर दिखाया गया बाहर का रास्ता’

कुफरी चायल मार्ग पर स्थित शिलोनबाग रिजार्ट के मालिक हरमित सिंह घई ने
पत्रकारों से कहा कि पंचायत प्रधान और हरियाणा का रहने वाला कुलदीप वत्स
के साथ मिलकर एक साजिश के तहत उसे होटल से बाहर निकाल दिया गया है।
उन्होंने कहा कि कुलदीप वत्स को उन्होंने कंपनी का डायरेक्टर क्या बनाया
उसने गुंडों का सहारा लेकर पूरे होटल पर कब्जा कर लिया है और उन्हें
डरा-धमका कर होटल से बाहर निकाल दिया गया है।

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