भोपाल। वन मंत्री सरताज सिंह ने बताया कि
लन्दन के ओलम्पिया हाल में आयोजित नेचुरल एण्ड आर्गेनिक प्रोडक्ट्स-यूरोप
2010 प्रदर्शनी में रखे गये मध्यप्रदेश के हर्बल एवं वन उत्पादों तथा
कच्चे माल को काफी सराहा गया है। प्रदर्शनी में आये अनेकों आगन्तुकों ने
इन उत्पादों के लाभ में ग्रामीणों को भागीदार बनाने की मध्यप्रदेश की पहल
के प्रति प्रसन्नता भी व्यक्त की।
लन्दन से गत रात्रि भोपाल वापस आने के बाद वन मंत्री श्री सिंह ने
बताया कि प्रदर्शनी में मध्यप्रदेश के मण्डप को इग्लैण्ड, जर्मनी, जापान,
अमेरिका आदि देशों के आगन्तुकों ने विशेष रूप से देखा और मध्यप्रदेश के
सुगंधित तेलों, हर्बल चाय एवं औषधीय महत्व के कच्चे माल के प्रति विशेष
रुचि दिखाई। इन आगन्तुकों से प्रदर्शनी स्थल पर ही व्यापारिक गतिविधि शुरू
करने के सम्बन्ध में विस्तार से चर्चा की गई। वन मंत्री ने बताया कि
पत्राचार एवं ई-मेल के माध्यम से इस पहल को आगे बढ़ाया जायेगा। संभावना है
कि जल्दी ही इसके परिणाम भी मिलेंगे।
उन्होंने बताया कि भारत से केवल मध्यप्रदेश के उत्पाद ही इस प्रदर्शनी
में प्रस्तुत किये गये। इस हेतु भारत शासन के सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम
उद्योग मंत्रालय द्वारा सहायता दी गई थी। मध्यप्रदेश के दल में मध्यप्रदेश
राच्य लघु वनोपज संघ के प्रबंध संचालक आर.के. दवे, मुख्य वन संरक्षक,
छिंदवाड़ा वृत्त जी. कृष्णमूर्ति तथा मध्यप्रदेश राच्य औद्योगिक केन्द्र
विकास निगम, जबलपुर के प्रबंध संचालक श्री आर.के चौरसिया शामिल थे।
प्रदर्शनी में मध्यप्रदेश राज्य लघु वनोपज संघ एवं इसकी विभिन्न इकाईयों
के अतिरिक्त ओरछा हर्बल्स, भोपाल, प्रकृति सोपनट्स, स्वयं सिद्धा
क्त्रिएशस तथा तेजस्विनी ट्रेडर्स एण्ड हर्बल्स प्रोडक्ट्स ने भी अपने
सुगंधित तेल, हर्बल चाय, औषधीय उत्पाद, कच्चे औषधीय उत्पाद, लाख, सलई गोंद
आदि उत्पादन प्रस्तुत किये।