शिमला : स्टेट विजिलेंस एंड एंटी करप्शन
ब्यूरो प्रदेश में भ्रष्ट अफसरों के खिलाफ शिकंजा कसने जा रहा है। इस
मुहिम के तहत विजिलेंस विभाग ऑफिसर डाउट फुल इंटीग्रिटी (ओडीआई) लिस्ट
तैयार कर रहा है। ओडीआई लिस्ट में इस तरह के अधिकारियों को शामिल किया जा
रहा जिनके खिलाफ विभाग को लगातार भ्रष्टाचार और घूसखोरी की शिकायतें मिल
रही हैं। विभागीय सूत्रों के मुताबिक इस लिस्ट में कई आला अधिकारियों के
नाम भी शामिल हैं। इस लिस्ट में कई विभागाध्यक्षों के नाम भी शामिल किए गए
हैं। आफिसर डाउट फुल इंटीग्रिटी लिस्ट में सौ अधिकारियों के नाम सामने आ
रहे हैं। विभाग के अनुसार सौ अधिकारियों की लिस्ट में ज्यादातर प्रशासनिक
अधिकारियों के नाम दर्ज किए गए हैं। ओडीआई लिस्ट में जिन अधिकारियों के
नाम दर्ज किए जा रहे विभाग इन अधिकारियों की गतिविधियों पर लंबे समय से
पैनी नजर रखे हुए है।
विजिलेंस को इस छानबीन में इन सभी अधिकारियों के भ्रष्टाचार में
संलिप्त होने के संबंध में कई तरह के पुख्ता सबूत मिल चुके हैं।
भ्रष्टाचार में लिप्त इन अधिकारियों के खिलाफ सबूत मिलने के बाद ही इन्हें
इस लिस्ट में शामिल किया गया है। इस तरह के अधिकारियों के खिलाफ विभाग ने
जल्द ही कार्रवाई करने के संकेत भी दिए हैं। विभाग ने लिस्ट में आने वाले
सभी अधिकारियों की गतिविधियों पर लगातार कड़ी नजर रखने के लिए संबंधित रेंज
के अधिकारियों को दिशानिर्देश भी जारी कर दिए हैं। भ्रष्टाचार के मामलों
में संलिप्त इन अधिकारियों के बैंक खातों, चल अचल संपत्तिके बारे में भी
ब्योरा जुटाया जा रहा है। यह ब्योरा विजिलेंस विभाग को कार्रवाई करने के
पश्चात संबंधित अधिकारियों के खिलाफ न्यायालयों में आरोप सिद्ध करने में
सहायता प्रदान करेगा।
विजिलेंस सूत्रों के अनुसार इस लिस्ट में राजस्व विभाग के अधिकारी एक
बार फिर सबसे अधिक संख्या हो सकते हैं। यह वह अधिकारी हैं, जो कि लाखों के
फायदे के लिए सरकार को करोड़ों का चूना लगा रहे हैं। लिस्ट में इसके
अतिरिक्त स्वास्थ्य, शिक्षा, पर्यटन, सिंचाई एंव जन स्वास्थ्य विभाग और
लोक निर्माण विभाग में कार्यरत आईपीएस और एचपीएस अधिकारियों के नाम दर्ज
हैं। विजिलेंस में इस समय आफिसर डाउट फुल इंटिग्रिटी लिस्ट को तैयार करने
का काम आखिरी चरण में चल रहा है।
विश्वस्त सूत्रों के अनुसार विभाग की प्रदेश की चार रेंज में तीन रेंज
के भ्रष्ट अधिकारियों का पूरा ब्योरा विभाग को मिल चुका है। जबकि एक रेंज
के अधिकारियों का खाका अभी तैयार किया जा रहा है। विजिलेंस विभाग ने लिस्ट
के तहत आने वाले सभी अधिकारियों को विभिन्न वर्गो में बांटा है।
अधिकारियों को उनके भ्रष्टाचार और अनियमितताओं के आधार पर अलग-अलग वर्ग
प्रदान किए गए हैं। लिस्ट में शामिल अधिकारियों को चार से पांच वर्गो में
बांटा जा सकता है। विभागीय सूत्रों के अनुसार वर्गो में बांटे गए
अधिकारियों पर इसी आधार पर कार्रवाई की जानी है।
विजिलेंस विभाग के डीआईजी शिव पाल सिंह वर्मा ने बताया है कि विभाग
भ्रष्टाचार में संलिप्त अधिकारियों की ऑफिसर डाउट फुल इंटीग्रिटी लिस्ट
तैयार की जा रही है।