रतिया (फतेहाबाद), संवाद सूत्र: स्वास्थ्य
विभाग द्वारा सरकारी स्कूलों के बच्चों के अच्छे स्वास्थ्य के खिलाई जाने
वाली आयरन की गोलियों ने चार स्कूलों के बच्चों का स्वास्थ्य बिगड़ दिया।
इन गोलियों के सेवन से 39 बच्चों की तबीयत बिगड़ गई। इस कारण स्वास्थ्य
विभाग में हड़कंप मच गया। प्रशासन ने डाक्टरों की टीमें तैयार कर बच्चों का
चेकअप करने तुरंत मौके पर भेजी।
जानकारी केअनुसार स्वास्थ्य विभाग द्वारा बच्चों में खून व आयरन की
कमी को दूर करने के लिए सरकारी स्कूलों में आयरन फोलिक एसिड की गोलियां
वितरित की गई थी। गांव महम्मड़ा, रतिया, कमाना व पिलछीया के सरकारी स्कूलों
के 39 बच्चों का इन गोलियों का सेवन करने से स्वास्थ्य बिगड़ गया। बच्चों
को उल्टियां व चक्कर आने की शिकायत शुरू हो गई। बीमार होने वाले बच्चों
में गांव महमड़ा के प्राइमरी स्कूल का छात्र कृष्ण, सुमन, चरणजीत, कालों
बाई, सुनील कुमार, मोहित कुमार, रतिया के कन्या प्राथमिक पाठशाला की
छात्रा मनप्रीत, ज्योति, गीता, मीरा, गुरजीत, चरणजीत, प्रीति, वीना, ममता,
सोनिया, सुमता, काजल, गांव कमाना की राजकीय प्राथमिक पाठशाला के छात्र
मनदीप, गुरविन्द्र, गुरप्रीत, गुरजीत, सुमन रानी, रमेश कौर, सर्वजीत,
सर्वजीत कौर, जश्नजीत कौर, सर्वजीत, जसपाल कौर, जौरा सिंह, हरप्रीत कौर
तथा गांव पिलछियां के प्राइमरी स्कूल के छात्र अजय, जसप्रीत, गुरप्रीत,
दीपक, गुरफते, कर्मजीत कौर, सुमनप्रीत व बुद्धराम शामिल है।
जब इस विषय में एसएमओ विजय जैन से बात की तो उन्होंने कहा बड़ी गोली की
जगह छोटी गोलियां उपलब्ध करवा दी गई है, वहीं बच्चों को खाली पेट गोलियां
न खाने की सलाह दी गई है। सरकार व स्वास्थ्य विभाग द्वारा ये गोलियां पहले
स्कूल में प्रार्थना के समय खिलाई जाती थी। अध्यापकों को निर्देश दिए गए
है कि मिड डे मील खाने के बाद गोलियां देनी है।
अध्यापकों में असमंजस
आयरन की गोलियों को लेकर शिक्षकों में असमंजस की स्थिति पैदा हो गई है
क्योंकि इन गोलियों के सेवन के चलते कुछ रोज पूर्व भी बच्चों का स्वास्थ्य
बिगड़ गया था। इस कारण शिक्षक इस असमंजस में है कि उनके पास उपलब्ध गोलियों
का सेवन बच्चों को करवाएं या नहीं।