नई
दिल्ली। स्वास्थ्य के क्षेत्र में सहस्राब्दी विकास लक्ष्य [एमजीडी] तक
पहुंचने के लिए सरकार के राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य अभियान का देश में
असर होता दिखाई देने लगा है। अधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक देश में शिशु और
मातृ मृत्यु दर में कमी आ रही है, जिसमें वर्ष 2012 तक और गिरावट आने की
संभावना है।
वर्ष 2005 में देश में शिशु मृत्यु दर प्रति 1000 पर 55 थी, जो वर्ष
2008 में घट कर 53 रह गई। हालिया सरकारी आंकड़ों के मुताबिक वर्ष 2012 तक
शिशु मृत्यु दर प्रति 1000 पर 30 तक घटने की संभावना है। देश के पांच
राज्य इस क्षेत्र में लक्ष्य तक पहुंच गए हैं, जबकि 12 प्रदेश 30-40 के
स्तर पर हैं।
आंकड़ों के अनुसार देश में मातृ मृत्यु दर [एमएमआर] में भी कमी आई है।
वर्ष 2001-03 में एमएमआर प्रति एक लाख पर 301 थी, जो वर्ष 2004-06 में
प्रति एक लाख पर 254 रह गई। आंकड़ों के अनुसार ‘जननी सुरक्षा योजना’ के बाद
एमएमआर में कमी दर्ज हुई है। स्वास्थ्य मंत्रालय की योजना वर्ष 2012 तक
एमएमआर को घटा कर प्रति एक लाख पर 100 करने की है।