नई
दिल्ली। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने गुरुवार को कहा कि शिक्षा हर बच्चे
का मौलिक अधिकार है। उन्होंने शिक्षा के अधिकार कानून के गुरुवार से लागू
होने के अवसर पर राष्ट्र को संबोधित किया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है
कि बिना किसी भेदभाव के सभी बच्चों की शिक्षा तक पहुंच हो। उन्होंने
देशवासियों से अपील की कि वे शिक्षा के जरिए देश को मजबूत बनाएं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज सरकार सभी बच्चों को शिक्षा का अधिकार सौंप रही
है। संसद में अगस्त 2009 को पारित बच्चों के लिए मुफ्त और अनिवार्य शिक्षा
कानून आज से लागू हो गया है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि नौजवान हमारे देश का भविष्य है और उन्हीं पर
खुशहाल और मजबूत भारत निर्भर है। उन्होंने कहा कि सरकार ने इस कानून को
लागू कर अपने वादे को पूरा किया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि कानून यह
दिखाता है कि हम बच्चों के भविष्य को कितनी अहमियत देते है। शिक्षा का
अधिकार कानून के गुरुवार से लागू होने के अवसर पर राष्ट्र को संबोधित करते
हुए प्रधानमंत्री ने कहा, कि सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है
कि बिना किसी लैंगिक और सामाजिक भेदभाव के सभी बच्चों की शिक्षा तक पहुंच
हो। हमारी सरकार, राज्य सरकारों की भागीदारी के साथ यह सुनिश्चित करेगी कि
शिक्षा के अधिकार कानून को लागू करने में धन की कमी आड़े न आए।
प्रधानमंत्री ने कहा कि मैं चाहता हूं कि हर भारतीय बच्चा, लड़की और
लड़का, शिक्षा की रोशनी से रोशन हो। मैं चाहता हूं कि हर भारतीय एक बेहतर
भविष्य का सपना देखे और उस सपने को पूरा करने के लिए काम करे।
प्रधानमंत्री ने अपने बचपन के दिनों को याद करते हुए कहा कि उन्हे लंबी
दूरी तय करके विद्यालय जाना पड़ता था। मैं आज जो कुछ भी हूं, वह शिक्षा की
वजह से हूं। प्रधानमंत्री ने देशवासियों से अपील की कि वे शिक्षा के जरिए
देश को मजबूत बनाएं।