नई
दिल्ली। देश में हड़ताल और बंद के कारण गत वर्ष पचास लाख से भी अधिक मानव
दिवसों का नुकसान हुआ। 61 इकाइयां बंद रहीं जिससे करीब 2200 श्रमिक
प्रभावित हुए।
अपनी ताजा रिपोर्ट में श्रम ब्यूरो ने कहा है कि आंध्र प्रदेश, पश्चिम
बंगाल, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, तमिलनाडु, और केरल उन प्रदेशों में शामिल
हैं जहां उपद्रव व अशांति के कारण औद्योगिक इकाइयों व अन्य उत्पादन
केंद्रों में काम का ज्यादा नुकसान हुआ। रिपोर्ट के अनुसार पिछले साल
आंध्र प्रदेश में सर्वाधिक 22 लाख मानव दिवसों का नुकसान हुआ। इसके बाद
दूसरे स्थान पर पश्चिम बंगाल और तीसरे पर हिमाचल प्रदेश रहा, जहां क्रमश:
दस लाख व पांच लाख मानव दिवसों का नुकसान हुआ।
रिपोर्ट में कहा गया है कि मंदी के बावजूद नौकरी गंवाने वालों की
संख्या पिछले साल की तुलना में कम है। वर्ष 2008 में 3050 कर्मचारियों की
नौकरी गई थी जबकि वर्ष 2009 में यह संख्या कम होकर 2010 रही। पिछले साल
उड़ीसा में सर्वाधिक 1354 लोगों की छंटनी हुई जबकि 665 लोगों की छंटनी के
साथ हिमाचल प्रदेश दूसरे नंबर पर और 95 छंटनी के साथ हरियाणा तीसरे नंबर
पर रहा। श्रम मंत्रालय के अधिकारी ने बताया कि महाराष्ट्र, झारखंड और
उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों से संबंधित आंकड़े ही नहीं मिल पाए।