नयी दिल्ली : निर्माण, व्यापार और विनिर्माण क्षेत्र में तेज प्रगति से वर्ष 2015 तक देश में तकरीबन आठ करोड़ 73 लाख 70 हजार
नयी नौकरियां सृजित होंगी. उद्योग संगठन ऐसोचेम के भविष्य में रोजगार के
नए असवर विषय पर तैयार ताजा अध्ययन रिपोर्ट के मुताबिक रोजगार देने के
मामले में विनिर्माण क्षेत्र अव्वल होगा. व्यापार तथा निमार्ण क्षेत्र
क्रमश दूसरे और तीसरे स्थान पर रहेंगे. रिपोर्ट के मुताबिक सबसे ज्यादा दो
करोड़ 78 लाख 80 हजार नौकरियां विनिर्माण क्षेत्र में उपलब्ध होंगी. व्यापार क्षेत्र में दो करोड़ 42 लाख 40 हजार रोजगार सृजित होंगे जबकि निर्माण क्षेत्र में एक करोड़ 51लाख 30 हजार नौकरियां तैयार हो जाएंगी. रिपोर्ट के मुताबिक रोजगार के मामले में
सबसे बड़ा योगदान करने वाले कृषि क्षेत्र की भूमिका इस अवधि में सीमित
रहेगी. जबकि कुल रोजगार के अवसरों में वित्तीय क्षेत्र की हिस्सेदारी 3.4 फीसदी के मौजूदा स्तर से बढ़कर दोगुनी हो जाएगी. विनिर्माण क्षेत्र में रोजगार के अवसर बढ़ाने के पीछे वस्त्र उत्पाद, खाद्य उत्पाद, पेय, परिवहन उपकरण, धातु उत्पाद, चमड़ा उत्पाद और मशीनी उपकरणों का बड़ा योगदान रहेगा. सूचना प्रौद्योगिकी और इससे जुड़े क्षेत्रों में रोजगार के लिहाज से 3.28 फीसदी की रफ्तार से सर्वाधिक तेज विकास होगा. इसके साथ ही पर्यटन क्षेत्र में रोजगार के काफी अवसर पैदा होंगे.
नयी नौकरियां सृजित होंगी. उद्योग संगठन ऐसोचेम के भविष्य में रोजगार के
नए असवर विषय पर तैयार ताजा अध्ययन रिपोर्ट के मुताबिक रोजगार देने के
मामले में विनिर्माण क्षेत्र अव्वल होगा. व्यापार तथा निमार्ण क्षेत्र
क्रमश दूसरे और तीसरे स्थान पर रहेंगे. रिपोर्ट के मुताबिक सबसे ज्यादा दो
करोड़ 78 लाख 80 हजार नौकरियां विनिर्माण क्षेत्र में उपलब्ध होंगी. व्यापार क्षेत्र में दो करोड़ 42 लाख 40 हजार रोजगार सृजित होंगे जबकि निर्माण क्षेत्र में एक करोड़ 51लाख 30 हजार नौकरियां तैयार हो जाएंगी. रिपोर्ट के मुताबिक रोजगार के मामले में
सबसे बड़ा योगदान करने वाले कृषि क्षेत्र की भूमिका इस अवधि में सीमित
रहेगी. जबकि कुल रोजगार के अवसरों में वित्तीय क्षेत्र की हिस्सेदारी 3.4 फीसदी के मौजूदा स्तर से बढ़कर दोगुनी हो जाएगी. विनिर्माण क्षेत्र में रोजगार के अवसर बढ़ाने के पीछे वस्त्र उत्पाद, खाद्य उत्पाद, पेय, परिवहन उपकरण, धातु उत्पाद, चमड़ा उत्पाद और मशीनी उपकरणों का बड़ा योगदान रहेगा. सूचना प्रौद्योगिकी और इससे जुड़े क्षेत्रों में रोजगार के लिहाज से 3.28 फीसदी की रफ्तार से सर्वाधिक तेज विकास होगा. इसके साथ ही पर्यटन क्षेत्र में रोजगार के काफी अवसर पैदा होंगे.