जयपुर, जासंकें : केंद्र सरकार की कथित
आर्थिक और मजदूर विरोधी नीतियों के खिलाफ देश के प्रमुख श्रमिक संगठन
एकजुट होने लगे हैं। इसमें इंटक भी शामिल है, जो स्वयं कांग्रेस पार्टी की
मजदूर विंग है। भामसं, इंटक, सीटू, एटक समेत राज्य के सात संगठनों के
प्रतिनिधि केन्द्र सरकार के खिलाफ आज जुट हो गए है। ये संगठन पांच मार्च
को होने वाले संयुक्त सत्याग्रह की रणनीति बनाएंगे। प्रदेश के हर जिला
मुख्यालय पर भी सत्याग्रह का आयोजन किया जाएगा। इन सात श्रमिक संगठनों के
प्रतिनिधि पांच मार्च को गवर्नमेंट हॉस्टल के पास स्थित शहीद स्मारक में
सत्याग्रह के लिए एकत्रित होंगे। ये केंद्र की कांग्रेसनीत संप्रग सरकार
की आर्थिक नीतियों के खिलाफ सत्याग्रह करेंगे। इसके लिए सभी संगठनों की ओर
से आने वाली संख्या भी निर्धारित की गई है।
इन सभी श्रमिक संगठनों ने खाद्य सामग्रियों की बेतहाशा बढ़ती दरों की
रोकथाम, बेरोजगारी, सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों के निजीकरण को रोकना की
मांग की है। इसके साथ ही मजदूर संगठनों ने श्रम कानूनों की ठीक से पालना
करवाने की भी मांग की है। देश के सभी नौ बड़े मजदूर संगठन पांच मार्च को
केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ देशभर में सत्याग्रह करेंगे।