रोहतक, जागरण संवाददाता : केंद्रीय वित्ता मंत्री प्रणब मुखर्जी ने कहा
कि स्वतंत्रता सेनानी चौ. रणबीर सिंह की पहल के चलते भाखड़ा बांध
परियोजना सिरे चढ़ी, जो हरित क्रांति लाने में मील का पत्थर साबित हुई।
उन्होंने चौ. रणबीर सिंह सामाजिक एवं आर्थिक परिवर्तन संस्थान ‘स्वराज
सदन’ की आधारशिला रखी। बृहस्पतिवार को सुबह करीब 11 बजे केंद्रीय वित्ता
मंत्री प्रणब मुखर्जी एमडी यूनिवर्सिटी परिसर पहुंचे। आडिटोरियम में चौ.
रणबीर सिंह शोध पीठ के तत्वावधान में आयोजित प्रथम स्मृति व्याख्यान में
केन्द्रीय वित्ता मंत्री प्रणब मुखर्जी, मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह
हुड्डा आदि ने चौ. रणबीर सिंह के तैल चित्र पर पुष्प अर्पित कर
श्रद्धांजलि दी। व्याख्यान में मुख्य वक्ता प्रणब मुखर्जी ने चौ.
रणबीर सिंह और उनके परिवार के साथ अपने करीबी संबंधों को याद किया।
उन्होंने कहा कि चौ. रणबीर सिंह की विश्व-दृष्टि, उनकी मानवतावादी सोच तथा
गरीबों, किसानों, मजदूरों और वंचितों के प्रति उनके सरोकार प्रतिबिंब है।
वे स्वतंत्रता सेनानी के साथ, प्रखर गाधीवादी नेता, कुशल सासद एवं
विधानसभा सदस्य तथा काबिल प्रशासक थे। उन्होंने हमेशा किसानों तथा मजदूरों
के लिए संघर्ष किया। उनकी भारतीय संविधान के निर्माण में अहम भूमिका है।
प्रणब मुखर्जी ने अपने व्याख्यान में गुणवत्ता परक शिक्षा के महत्तव पर
जोर देते हुए कहा कि किसी भी मजबूत और गतिशील अर्थव्यवस्था की बुनियाद में
गुणवत्ता परक शिक्षा है। विश्वविद्यालय वह मंच है, जिसके जरिए राष्ट्र और
विश्व कल्याण के लिए नवोन्मेषी, गतिशील और शक्तिशाली विचारों का सृजन होता
है। केंद्रीय वित्ता मंत्री ने आडिटोरियम के सामने चौ. रणबीर सिंह सामाजिक
एवं आर्थिक परिवर्तन संस्थान ‘स्वराज सदन’ की आधारशिला रखी। स्वराज सदन
में सामाजिक एवं आर्थिक शोध किया जाएगा। इस संस्थान में पंडित जवाहर लाल
नेहरू, डा. बीआर अंबेडकर, सर छोटूराम आदि महापुरुषों के जीवन एवं
कृत्तिात्व पर कार्य होगा। समारोह के अध्यक्षीय भाषण में मुख्यमंत्री
भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने चौ. रणबीर सिंह को श्रद्धाजलि दी। उन्होंने कहा
कि चौ. रणबीर सिंह का संघर्षमय जीवन सामाजिक बुराइयों से लड़ने, समाज में
साप्रदायिक सद्भाव के लिए कार्य करने के लिए तथा प्रदेश की उन्नति के लिए
समर्पित रहा। मुख्यमंत्री ने मुख्यातिथि प्रणब मुखर्जी को स्मृति चिह्न
देकर सम्मानित किया। इससे पूर्व महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय के कुलपति
डा. आरपी. हुड्डा ने अतिथियों का स्वागत किया। कार्यक्रम में सासद
शादीलाल बतरा, सासद जितेंद्र मलिक, पूर्व राज्यपाल सुल्तान सिंह, पूर्व
सासद चिरजी लाल शर्मा, प्रदेश काग्रेस समिति के अध्यक्ष फूलचंद मुलाना,
मुख्य संसदीय सचिव जयवीर खरखौदा, विधायक रघुबीर सिंह कादियान, श्रीकृष्ण
हुड्डा, शकुंतला खटक व आनंद सिंह दांगी आदि उपस्थित थे।
कि स्वतंत्रता सेनानी चौ. रणबीर सिंह की पहल के चलते भाखड़ा बांध
परियोजना सिरे चढ़ी, जो हरित क्रांति लाने में मील का पत्थर साबित हुई।
उन्होंने चौ. रणबीर सिंह सामाजिक एवं आर्थिक परिवर्तन संस्थान ‘स्वराज
सदन’ की आधारशिला रखी। बृहस्पतिवार को सुबह करीब 11 बजे केंद्रीय वित्ता
मंत्री प्रणब मुखर्जी एमडी यूनिवर्सिटी परिसर पहुंचे। आडिटोरियम में चौ.
रणबीर सिंह शोध पीठ के तत्वावधान में आयोजित प्रथम स्मृति व्याख्यान में
केन्द्रीय वित्ता मंत्री प्रणब मुखर्जी, मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह
हुड्डा आदि ने चौ. रणबीर सिंह के तैल चित्र पर पुष्प अर्पित कर
श्रद्धांजलि दी। व्याख्यान में मुख्य वक्ता प्रणब मुखर्जी ने चौ.
रणबीर सिंह और उनके परिवार के साथ अपने करीबी संबंधों को याद किया।
उन्होंने कहा कि चौ. रणबीर सिंह की विश्व-दृष्टि, उनकी मानवतावादी सोच तथा
गरीबों, किसानों, मजदूरों और वंचितों के प्रति उनके सरोकार प्रतिबिंब है।
वे स्वतंत्रता सेनानी के साथ, प्रखर गाधीवादी नेता, कुशल सासद एवं
विधानसभा सदस्य तथा काबिल प्रशासक थे। उन्होंने हमेशा किसानों तथा मजदूरों
के लिए संघर्ष किया। उनकी भारतीय संविधान के निर्माण में अहम भूमिका है।
प्रणब मुखर्जी ने अपने व्याख्यान में गुणवत्ता परक शिक्षा के महत्तव पर
जोर देते हुए कहा कि किसी भी मजबूत और गतिशील अर्थव्यवस्था की बुनियाद में
गुणवत्ता परक शिक्षा है। विश्वविद्यालय वह मंच है, जिसके जरिए राष्ट्र और
विश्व कल्याण के लिए नवोन्मेषी, गतिशील और शक्तिशाली विचारों का सृजन होता
है। केंद्रीय वित्ता मंत्री ने आडिटोरियम के सामने चौ. रणबीर सिंह सामाजिक
एवं आर्थिक परिवर्तन संस्थान ‘स्वराज सदन’ की आधारशिला रखी। स्वराज सदन
में सामाजिक एवं आर्थिक शोध किया जाएगा। इस संस्थान में पंडित जवाहर लाल
नेहरू, डा. बीआर अंबेडकर, सर छोटूराम आदि महापुरुषों के जीवन एवं
कृत्तिात्व पर कार्य होगा। समारोह के अध्यक्षीय भाषण में मुख्यमंत्री
भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने चौ. रणबीर सिंह को श्रद्धाजलि दी। उन्होंने कहा
कि चौ. रणबीर सिंह का संघर्षमय जीवन सामाजिक बुराइयों से लड़ने, समाज में
साप्रदायिक सद्भाव के लिए कार्य करने के लिए तथा प्रदेश की उन्नति के लिए
समर्पित रहा। मुख्यमंत्री ने मुख्यातिथि प्रणब मुखर्जी को स्मृति चिह्न
देकर सम्मानित किया। इससे पूर्व महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय के कुलपति
डा. आरपी. हुड्डा ने अतिथियों का स्वागत किया। कार्यक्रम में सासद
शादीलाल बतरा, सासद जितेंद्र मलिक, पूर्व राज्यपाल सुल्तान सिंह, पूर्व
सासद चिरजी लाल शर्मा, प्रदेश काग्रेस समिति के अध्यक्ष फूलचंद मुलाना,
मुख्य संसदीय सचिव जयवीर खरखौदा, विधायक रघुबीर सिंह कादियान, श्रीकृष्ण
हुड्डा, शकुंतला खटक व आनंद सिंह दांगी आदि उपस्थित थे।