अजमेर. मौजूदा दौर में आजकल जहां कई घरों में एक से अधिक चूल्हे
जल रहे हैं वहीं पेट्रोलियम मंत्रालय की योजना सफल रही तो अजमेर,भीलवाड़ा
व नागौर जिले में जल्दी ही पूरे गांव का खाना एक साझा चूल्हे पर बनता नजर
आएगा।
गांवों में चूल्हे पर खाना बनाने के लिए लकड़ी के अत्यधिक उपयोग से
वनों की धड़ाधड़ कटाई तथा बिगड़ते पर्यावरण पर अंकुश के मद्देनजर केंद्रीय
पेट्रोलियम मंत्रालय गांवों में जल्दी ही कम्यूनिटी किचन (साझा चूल्हे) की
योजना शुरू करने जा रहा है।
यह योजना वन एवं पर्यावरण मंत्रालय ने सन 06 में कराए गए सर्वे के बाद
वनों की कटाई एवं पर्यावरण असंतुलन पर को दूर करने के लिए लायी जा रही है।
इसके तहत जिस जगह साझा चूल्हा बनाया जाएगा। रसोईघर का निर्माण तेल
कंपनियों के द्वारा किया जाएगा।