स्वीकार की लेकिन इस बात से इन्कार कर दिया कि इसकी कालाबाजारी हो रही है।
राज्य के खाद्य और आपूर्ति मंत्नी राम प्रसाद चौधरी ने एक सवाल के जवाब
में कहा कि पूरे उत्तर प्रदेश में कहीं से भी रसोई गैस की कालाबाजारी की
शिकायत नहीं मिली है जबकि विपक्षी सदस्यों का कहना था कि रसोई गैस के
सिलेंडर बडी संख्या में होटलों, रेस्टोरेंट और ढाबों में बेचे जाते हैं।
राजधानी लखनऊ के सडक किनारे खडे खोमचे वाले एवं ठेले वाले धडल्ले से रसोई
गैस का उपयोग करते हैं और किसी पर कोई कार्रवाई नहीं होती।
कांग्रेस के प्रमोद तिवारी और भारतीय जनता पार्टी के सतीश महाना ने कहा
कि राज्य में आने वाले रसोई गैस के पचास प्रतिशत सिलेंडर कालाबाजार में
बेच दिये जाते हैं। दोनों ने कहा कि कालाबाजारी की बात स्वीकार नहीं कर
सरकार सदन को गुमराह कर रही है।