चंबा : प्रशासन व विभाग के नाक तले पनप रही बाल मजदूरी थमने का नाम नहीं
ले रही है। दैनिक जागरण द्वारा प्रकाशित समाचार के पश्चात जिला विभाग हरकत
में तो आया लेकिन औपचारिकता से आगे नहीं बढ़ पाया।जहां सरकार शिक्षा,
स्वस्थ्य व बाल सुरक्षा हेतु कई योजनाएं एवं कानून बना रही हैं। वहीं
हकीकत में ये सभी योजनाएं दायरों तक सीमित हो कर रह गई हैं। जहां बच्चों
के हाथों किताबें होनी चाहिए वहीं वे छोटे व बड़े ढाबों में बर्तन साफ करते
हुए देखे जा सकते हैं। इस संदर्भ में जिला श्रम विभाग ने सतर्कता दिखाते
हुए छापामारी की। लेकिन उक्त कार्रवाई ऊंट के मुंह में जीरे के समान ही
प्रतीत हुई। हालांकि जिला श्रम विभाग निरीक्षक द्वारा व्यापारियों को इसके
प्रति पहली चेतावनी दी गई है। मौजूदा समय में गरीब परिवारों के बच्चों के
अतिरिक्त झुग्गी झोंपड़ी परिवारों व कुछ अनाथ बच्चों को भी शहर मुख्यालय
में मजदूरी करते हुए देखा गया है। जब शहर के क्षेत्र में आलम ऐसा है तो
दूर दराज के क्षेत्र में क्या होता होगा इसका अंदाजा सहज ही लगाया जा सकता
है। इस संदर्भ में जिला श्रम विभाग के अधिकारी राजेश भंगानिया ने बताया कि
विभाग द्वारा समय-समय पर छापामारी की जाती है। रही बात बाल मजदूरी की तो
जिला विभाग अन्य विभागों के सहयोग से सांझा अभियान चलाकर दोषियों पर
कार्रवाई अमल में लाएगा।
ले रही है। दैनिक जागरण द्वारा प्रकाशित समाचार के पश्चात जिला विभाग हरकत
में तो आया लेकिन औपचारिकता से आगे नहीं बढ़ पाया।जहां सरकार शिक्षा,
स्वस्थ्य व बाल सुरक्षा हेतु कई योजनाएं एवं कानून बना रही हैं। वहीं
हकीकत में ये सभी योजनाएं दायरों तक सीमित हो कर रह गई हैं। जहां बच्चों
के हाथों किताबें होनी चाहिए वहीं वे छोटे व बड़े ढाबों में बर्तन साफ करते
हुए देखे जा सकते हैं। इस संदर्भ में जिला श्रम विभाग ने सतर्कता दिखाते
हुए छापामारी की। लेकिन उक्त कार्रवाई ऊंट के मुंह में जीरे के समान ही
प्रतीत हुई। हालांकि जिला श्रम विभाग निरीक्षक द्वारा व्यापारियों को इसके
प्रति पहली चेतावनी दी गई है। मौजूदा समय में गरीब परिवारों के बच्चों के
अतिरिक्त झुग्गी झोंपड़ी परिवारों व कुछ अनाथ बच्चों को भी शहर मुख्यालय
में मजदूरी करते हुए देखा गया है। जब शहर के क्षेत्र में आलम ऐसा है तो
दूर दराज के क्षेत्र में क्या होता होगा इसका अंदाजा सहज ही लगाया जा सकता
है। इस संदर्भ में जिला श्रम विभाग के अधिकारी राजेश भंगानिया ने बताया कि
विभाग द्वारा समय-समय पर छापामारी की जाती है। रही बात बाल मजदूरी की तो
जिला विभाग अन्य विभागों के सहयोग से सांझा अभियान चलाकर दोषियों पर
कार्रवाई अमल में लाएगा।